न्यू मार्केट रीडेंसिफिकेशन का काम हुआ शुरू
भोपाल।
न्यू मार्केट का रीडेंसिफिकेशन शुरू हो गया है। 50 साल पहले विकसित हुए न्यू मार्केट में सब्जी की दुकानों के लिए आवंटित चबूतरों की जगह पर शॉपिंग कॉम्प्लेक्स का निर्माण किया जा रहा है। न्यू मार्केट के रीडेंसिफिकेशन का प्लान इस तरह से बनाया गया है कि पुराने दुकानदारों को शॉपिंग कॉम्प्लेक्स में ग्राउंड फ्लोर की दुकान मिलेगी। ऊपरी दो मंजिलों की दुकानें नगर निगम नीलाम करेगा। यहां चबूतरों की जगह पर कच्ची दुकानें बन गईं थीं। यहां के ज्यादातर दुकानदारों ने सब्जी का अपना पुराना व्यवसाय भी बदल लिया था। 79 दुकानदारों ने नई दुकान में शिफ्ट होने पर सहमति दे दी है। न्यू मार्केट सही अर्थों में दिल्ली के पालिका बाजार की तर्ज पर बसा म्यूनिसिपल मार्केट है। तत्कालीन प्रशासक एमएन बुच ने पुराने शहर में सब्जी का व्यवसाय करने वालों को यहां चबूतरे आवंटित किए थे। दुकानदार बताते हैं कि तब ज्यादातर लोग न्यू मार्केट आने को राजी नहीं थे। न्यू मार्केट के रीडेंसिफिकेशन में तीन नए कॉम्प्लेक्स बन रहे हैं। इनमें 45 चबूतरा, 36 चबूतरा और वार्ड कार्यालय पर रीडेवलपमेंट हो रहा है। 45 चबूतरा के स्थान पर ग्राउंड फ्लोर पर 45 दुकानों के साथ दो ऊपरी मंजिलों पर 20-20 दुकानें बनाईं जा रहीं हैं। 36 चबूतरों के स्थान पर ग्राउंड फ्लोर पर 32 और ऊपरी मंजिलों पर 18-18 दुकानें बनाईं जा रहीं हैं। वार्ड ऑफिस के स्थान पर बनाए जा रहे जी प्लस 2 मार्केट बनाया जा रहा है। इसके पहले 1980 के दशक में न्यू मार्केट में महिला मार्केट और कुछ दुकानें बनाईं गईं थीं. टीटी नगर स्मार्ट सिटी विकसित होने से यहां रीडेंसिफिकेशन की जरूरत महसूस की जा रही थी। तीन मंजिला मार्केट बन जाने से न्यू मार्केट की सूरत बदल जाएगी। मार्केट मेें चारों ओर बहुमंजिला काॅम्प्लेक्स हैं, अब बाजार के बीच में भी काॅम्प्लेक्स बन जाएंगे। रीडेंसिफिकेशन की यह शुरुआत 16 चबूतरों से हो रही है। करीब डेढ़ माह पहले इन दुकानों में लगी आग के बाद इनका स्ट्रक्चर पूरी तरह खराब हो गया था। इन दुकानदारों को पिंक पार्किंग के पास जगह दी गई है। धीरे- धीरे वे अपनी दुकानें वहां जमा रहे हैं।
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