नगरीय निकाय चुनाव: नगर परिषद चुरहट में अध्यक्ष पद का आरक्षण सुर्ख़ियों में,दो बार पूर्णिमा रह चुकी हैं अध्यक्ष, फिर आ सकती हैं मैदान में

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नगरीय निकाय चुनाव: नगर परिषद चुरहट में अध्यक्ष पद का आरक्षण सुर्ख़ियों में,दो बार पूर्णिमा रह चुकी हैं अध्यक्ष, फिर आ सकती हैं मैदान में



नगर परिषद चुरहट में अध्यक्ष पद का आरक्षण सुर्ख़ियों में,दो बार पूर्णिमा रह चुकी हैं अध्यक्ष, फिर आ सकती हैं मैदान में


अभी तक सामान्य वर्ग में चेतनलाल के अलावा पुरूष वर्ग को नहीं मिला मौका

सीधी।

नगरीय निकाय चुनाव की घोषणा हो चुकी है जिसके मद्देनजर सीधी जिले के चार नगरीय निकाय में चुनाव होने हैं जिसमें से आज हम बात यदि नगर परिषद चुरहट की करें तो यहां के अध्यक्ष का पद का आरक्षण विशेष तौर पर रहस्यमय तरीके से गौर करने लायक दिखता है।
नगर परिषद चुरहट की बात करें तो वर्ष 1994 में नगर परिषद चुरहट का गठन हुआ। इसके बाद इस नगर परिषद पर कांग्रेस का कब्जा अब तक बरकरार रहा है जिसमें से राम विलास पटेल, चेतन गुप्ता एवं दो बार कांग्रेस से पूर्णिमा पटेल अध्यक्ष निर्वाचित रही हैं।  


अतीत में अनारक्षित के लिए हुआ था आरक्षण:-

इस बार पूर्व में हुए आरक्षण के बाद अनारक्षित वर्ग था लेकिन अंतत: फिर पिछड़ा वर्ग महिला के लिए आरक्षित हो गया। ऐसे में कई दावेदारो के उम्मीदों पर पानी फिरता नजर आ रहा है। हालांकि इस बार विजय हासिल करने को लेकर भाजपा एवं कांग्रेेस से नेताओं ने कमर कसना शुरू कर लिया है। 
नगर परिषद चुरहट का गठन होने के बाद लगातार दो बार निर्दलीय के अलावा कांग्रेस से ही अध्यक्ष निर्वाचित होते आ रहे हैं। देखा जाये तो चुरहट नगर परिषद का गठन 27 मई 1994 को हुआ। जिसके प्रथम प्रशासक कलेक्टर प्रवीण गर्ग रहे हैं, उसके बाद एसडीएम चुरहट ने प्रशासन की कमान संभाली। 
वहीं वर्ष 1997 में नगर परिषद चुनाव का पहला बिगुल बजा जिसमें राम विलास पटेल पिछड़ा वर्ग आरक्षित सीट में विजय हासिल किये जो कि निर्दलीय प्रत्याशी बतौर मैदान में थे। वहीं वर्ष 2003 से 2008 तक निर्दलीय प्रत्याशी के रूप में पूर्णिमा पटेल को विजय हासिल हुई थी। हालांकि दोनों बार पार्टी का चुनाव न होने के कारण कांग्रेस के समर्पित प्रत्याशी को ही नगर परिषद में अध्यक्ष की कमान मिली थी। इसके बाद पार्टीगत का चुनाव में सेंबल बतौर वर्ष 2008 में कांग्रेस ने चेतनलाल गुप्ता को टिकट दिया जबकि भाजपा ने भगवानदीन पटेल को टिकट दिया था, जिसमें कांग्रेस से चेतनलाल गुप्ता को विजय हासिल हुई थी। वहीं बीते पंचवर्षीय 2014 नगर परिषद अध्यक्ष पद हेतु अनारक्षित महिला थी, जिसमें कि कांग्रेस ने पूर्णिमा पटेल को टिकट दिया जबकि भाजपा ने उर्मिला अजय पाण्डेय को टिकट दिया था। इस दौरान भी पूर्णिमा पटेल 2018 तक अध्यक्ष निर्वाचित रही हैं। इस तरह अब एक उम्मीद थी कि पहले हुए आरक्षण के बाद अनारक्षित सीट होने के कारण भाजपा एवं कांग्रेस से कई दावेदार तैयारी में लगे थे लेकिन अंतत: नये आरक्षण के बाद फिर पिछड़ा वर्ग महिला सीट अध्यक्ष पद हेतु आरक्षित होने से कइयों के मनसूबों पर पानी फिर गया है।


नगर परिषद चुरहट में हैं 11 हजार से ज्यादा मतदाता:-


नगर परिषद चुरहट में वर्तमान स्थिति में जानकारी के अनुसार 11,447 मतदाता हैं जिसमें महिलाओं की संख्या 5555 है जबकि पुरूष मतदाताओं की संख्या 5932 है। इस परिषद में कुल 15 वार्ड हैं जिसमें हर वार्डों के चुने पार्षद उपाध्यक्ष का चुनाव लडऩे के लिए आरक्षण के आधार पर तैयारी करेंगे। 


क्या फिर पूर्णिमा को मिल सकता है मौका ?

नगर परिषद चुनाव में चुरहट से एक बार निर्दलीय एवं दूसरी बार कांग्रेस से टिकट पाने के बाद अध्यक्ष रहते हुए 10 वर्षों तक वे कब्जा की थी। देखना ये बांकी रहेगा कि इस बार कांग्रेस उन्ही पर भरोसा जताती है या फिर दूसरों को मौका दे सकती है। जबकि भाजपा भी इस बार चुनाव में विजय हासिल करने के लिए पूरी तरह कमर कसने की तैयारी में है। अपने चहेतों को टिकट दिलाने के लिए रायशुमारी भाजपा द्वारा भी की जा रही है।

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