बदहाल सड़कों से परेशान रहवासी

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बदहाल सड़कों से परेशान रहवासी



बदहाल सड़कों से परेशान रहवासी


(सुधांशू द्विवेदी)भोपाल।
 किसी समय शहर की सड़कों से अच्छी मानी जाने वाली भेल टाउनशिप की सड़कें अब अपनी जर्जर अवस्‍था पर आंसू बहा रही हैं। भेल दशहरा मैदान से आइटीआइ जाने वाली सड़क हो या फिर महात्मा गांधी चौराहे से पिपलानी पेट्रोल पंप चौराहे पर जाने वाली सड़क या फिर अन्य भीतरी सड़कें, सभी की स्थिति बदहाल है। सड़कों पर जगह-जगह डामर उखड़ा है, अनगिनत गड्ढे हो गए हैं। इससे भेल टाउनशिप की 25 हजार आबादी और यहां से गुजरने वाले अन्य कॉलोनियों के करीब सवा लाख लोगों को काफी दिक्‍कतों का सामना करना पड़ रहा है।
सड़कों का डामर उखड़ने से गिटि्टयां निकल आई हैं। चार पहिया वाहनों की आवाजाही से गिटि्टयां उचटकर पैदल चनले वाले लोगों को लगती हैं। सड़कों पर बड़े-बड़े गड्ढे होने से दोपहिया वाहन चालक गिरकर चोटिल हो जाते हैं। रात के अंधेरे में वाहन चालकों की समस्या और बढ़ जाती है।
राहगीर बीएस शर्मा और आशीष ने बताया कि भेल नगर प्रशासन कोरोना काल में हुए 1585 करोड़ स्र्पये के नुकसान के कारण सड़कों का डामर नहीं करा रहा है। हर साल सड़कों की मरम्मत के लिए पांच से सात करोड़ स्र्पये का बजट भेल नगर प्रशासन रखता था। इस बार कोरोना के कारण बारिश के बाद सड़कों का डामरीकरण नहीं किया गया। कहीं-कहीं कुछेक सड़कों के गड्ढे भरकर खानापूर्ति की गई, लेकिन इससे लोगों की समस्या खत्म नहीं हुई। स्थिति यह है कि बदहाल सड़कों पर वाहनों की आवाजाही से धूल उड़ती रहती है। इससे वाहन चालक परेशान होते हैं।
सड़कों का डामरीकरण कब तक शुरू होगा, इस बारे में भेल नगर प्रशासन के अधिकारी कुछ भी नहीं बोल रहे हैं। बजट नहीं होने का बहाना कर किनारा कर लेते हैं। वहीं यूनियनें भी कोरोना काल में बदहाल सड़कों की समस्या को लेकर खुलकर भेल प्रबंधन के खिलाफ मोर्चा नहीं खोल पा रही हैं।

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