सीधी: शिक्षकों ने की दक्षता आकलन परीक्षा निरस्त करने की मांग,मुख्यमंत्री के नाम अनुविभागीय अधिकारी कुसमी को सौंपा ज्ञापन
सीधी।
ट्राईबल वेलफेयर टीचर्स एसोसिएशन मध्यप्रदेश के प्रांतीय आह्वान पर ब्लॉक कार्यकारिणी कुसमी द्वारा मुख्यमंत्री के नाम पर अनुविभागीय अधिकारी कुसमी को ज्ञापन सौंपकर शिक्षकों की दक्षता परीक्षा निरस्त करने की मांग की गई |
ज्ञापन में बताया गया कि वर्ष 2019-20 में मंडल की कक्षा 10 वीं एवं 12वीं में जिन विद्यालयों एवं विषय शिक्षकों का परिणाम शून्य से 40% या इससे कम था इन विद्यालयों के विषय शिक्षकों व कैचमेंट शाला की माध्यमिक शालाओं के विषय शिक्षकों की दक्षता आकलन हेतु परीक्षा आयोजन करने का निर्णय शिक्षक पद की गरिमा के प्रतिकूल व शिक्षकों की छवि धूमिल करने वाला है | क्योंकि परीक्षा परिणाम के लिए शिक्षक नहीं अपितु अन्य फैक्टर अधिक जिम्मेदार है | विद्यालय में शिक्षकों व प्राचार्य की कमी, बेस्ट फाइव शिक्षा पद्धति, कक्षाओं में औसत से अधिक विद्यार्थियों की संख्या आदि कारणों के चलते परीक्षा परिणाम खराब आ रहा है |इसके लिए केवल शिक्षकों को दोषी मानना पूरी तरह गलत है | इसलिए दक्षता आकलन परीक्षा निरस्त की जाए वह शिक्षकों को दंडित करने की बजाय खराब परीक्षा परिणाम के मूल कारणों पर विचार किया जाए |
गत वर्ष भी निर्दोष 16 शिक्षकों को अनिवार्य सेवानिवृत्ति दी गई थी उन्हें बहाल किए जाने की मांग ज्ञापन में की गई।
इस दौरान विकासखण्ड शिक्षा अधिकारी श्री धर्मपाल सिंह एसोसिएशन के पदाधिकारियों एवं बड़ी तादात में शिक्षकों की उवस्थिति में ज्ञापन दिया गया जिसका नेतृत्व जिलाध्यक्ष श्रवण कुमार मिश्र जिला संयोजक गंगासागर त्रिपाठी आईटी सेल जिला प्रभारी हिमांशु शुक्ल एवं मोहनलाल पनिका द्वारा किया गया उक्त अवसर पर ,कमलेश पाण्डेय,सूरज सिंह,राजरूप यादव,राकेश मिश्रा,बाबूलाल साकेत,गुंजा पनाडिया,संगीता पनाडिया,सुगनी सिंह,भगवंती सिंह,सुशीला सिंह,रनिया देवी,राजमन्ती सिंह,रत्नेश्वर प्रताप सिंह,मनोरमा सिंह,सीता सिंह,मृगनयनी पनिका,फूलमती सिंह,समुद्री सिंह,कोमलचंद्र जायसवाल,कैलासपति वर्मा,वीरेंद्र सिंह,महेश कुमार प्रजापति,शिवशंकर द्विवेदी,राजेश कुमार पाण्डेय, सूर्यवली सिंह,मोतीलाल सिंह,गोविंद विश्वकर्मा,सुरेशचंद्रपाल,बैजनाथ सिंह,इंद्रलाल अहिरवार,गीता पनिका,पुष्पराज सिंह,रामकुमार साकेत,सुरेश तिवारी,शिवपाल प्रजापति, विकास चंद्र त्रिपाठी आदि उपस्थिति थे
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