ट्रैन यात्रियों के लिए खुशखबरी: हबीबगंज स्टेशन में रहेगी ये सुविधाएं

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ट्रैन यात्रियों के लिए खुशखबरी: हबीबगंज स्टेशन में रहेगी ये सुविधाएं



ट्रैन यात्रियों के लिए खुशखबरी: हबीबगंज स्टेशन में रहेगी ये  सुविधाएं 


(सुधांशू द्विवेदी)भोपाल।
 रेलवे स्टेशन का नाम लेते ही भीड़, धक्का मुक्की और भाग-दौड़ का दृश्य सामने आ जाता है। प्लेटफार्म पर बैठने की जगह नहीं होती और यहां-वहां गंदगी पड़ी रहती है। लेकिन अब ये सारी परेशानियां कम से कम भोपाल के हबीबगंज स्टेशन पर नहीं दिखाई देंगी। हबीबगंज स्टेशन का पूरी तरह कायापलट हो गया है। बैठने के पर्याप्त इंतजाम के साथ मॉडर्न टॉयलेट, क्वालिटी फूड, म्यूजियम और गेमिंग जोन होगा। री-डेवलपमेंट प्रोजेक्ट आखिरी दौर में पहुंच गया है और इसमें बदलाव दिखने लगे हैं। भोपाल का हबीबगंज रेलवे स्टेशन अब पूरी तरह से नए रूप में दिखाई देगा।
भोपाल का हबीबगंज रेलवे स्टेशन अब पूरी तरह से नए रूप में दिखाई देगा।
स्टेशन में एक नंबर प्लेटफार्म की तरफ से एंट्री ग्लास डोम वाले चमचमाते गेट से होगी और एक्सलेटर के जरिए यात्री सीधे एयर कॉनकोर्स में पहुंच जाएगा। यहां पहुंचकर यात्री को एयरपोर्ट वाला फील मिलेगा। सभी पांच प्लेटफार्म को इस कॉनकोर्स से एस्कलेटर और सीढिय़ों के जरिए जोड़ा गया है। यह स्टेशन जर्मनी के हैडलबर्ग (Heidelberg) रेलवे स्टेशन की तर्ज पर होगा, जो एयरपोर्ट जैसी सुविधाओं के कारण मशहूर है। एक नंबर और पांच नंबर प्लेटफार्म की तरफ से एंट्री लेने वाले यात्रियों को यहां ट्रेन का इंतजार करते समय परेशानी नहीं होगी, क्योंकि यहां उनके बैठने की बेहतरीन सुविधाएं होंगी। मनोरंजन के लिए बड़े एलईडी स्क्रीन होंगे और एक से बढ़कर स्वादिष्ट व्यंजनों की दुकानें होंगी। इस एयर कॉनकोर्स कम लाउंज में इतनी जगह होगी कि 700 यात्री एक साथ बैठ सकेंगे। सीनियर डीसीएम भोपाल विजय प्रकाश ने बताया कि वर्ल्ड क्लास हबीबगंज स्टेशन तैयार होने के बाद देखा जाएगा कि कितनी ट्रेनों का स्टॉपेज बढ़ाया जा सकता है। यह भी ध्यान रखा जाएगा कि यात्रियों को तकलीफ ना हो।
हबीबगंज स्टेशन सार्वजनिक निजी भागीदारी मॉडल के तहत तैयार किया जा रहा है। स्टेशन का रि-डेवलपमेंट प्रोजेक्ट 31 मार्च को पूरा हो जाएगा और इसी दिन इसे राष्ट्र को समर्पित कर दिया जाएगा। ट्रेनों से आने वाले करीब 1500 यात्री एक साथ अंडरग्राउंड सब-वे से गुजर सकेंगे। स्‍टेशन में ऐसे दो सब-वे बनाए गए हैं। भीड़ के दबाव को भी कम किया जा सकेगा। हबीबगंज रेलवे स्टेशन तैयार हो जाने के बाद संभावना है कि यहां हर रोज 40 हजार यात्रियों का आवागमन होगा। करीब 80 जोड़ी ट्रेनों को स्टॉपेज दिया जाएगा। कोविड से पहले तक यहां हर रोज 54 जोड़ी ट्रेनों का संचालन होता था और करीब 25 हजार लोगों की आवाजाही दर्ज की जा रही थी। फिलहाल 22 जोड़ी ट्रेनों का संचालन हो रहा है। 
हबीबगंज रि-डेवलपमेंट के प्रोजेक्ट मैनेजर अबू आसिफ ने बताया कि स्टेशन को पैसेंजर सेग्रीगेसन प्रिंसिपल पर डिजाइन किया गया है। इसका मतलब है कि यहां पर यात्रियों के आने और जाने की व्यवस्था अलग-अलग रखी गई है, जिससे स्टेशन पर भीड़ न हो और किसी को कोई परेशानी भी न आए। हबीबगंज देश का पहला स्टेशन होगा जिसका रि-डेवलपमेंट पब्लिक-प्राइवेट पार्टनशिप पर किया जा रहा है।

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