शिक्षक ने पढ़ाया बारातियों को कोरोना का पाठ, बारातियों का मास्क सैनिटाइजर के साथ किया स्वागत
सीधी।
कोरोना की वजह से देश दुनिया में काफी चीजों के रिवाज बदल चुके हैं कुछ ऐसा ही रिवाज है शादियों का भी, पहले जहां शादियों के नाम से ही सैकड़ों की भीड़ और बाजे गाजे के साथ नाचते कूदते बाराती आते थे वहीं अब शादियां भी नियम कानून के बंधनों में हो रही हैं। कुछ लोगों के लिए यह नियम मुश्किल है तो कुछ लोग ऐसे भी हैं जो महामारी के दौरान शादी में सरकार की ओर से जारी की गई गाइडलाइन को पूरी तरह से पालन कर रहे हैं।
ऐसे ही एक शादी देखने को मिली जिला मुख्यालय के पीछे नौढ़िया में, जहां एक शिक्षक ने कोरोना काल के दरमियान हुई बेटी के शादी में बारातियों का स्वागत मास्क सैनिटाइजर के साथ किया गया है। जिसके लिए यह शादी अब चारों तरफ चर्चा का विषय बन गई है।
स्वागत में माला की जगह पहनाया गया मास्क
मोहनिया हायर सेकेंडरी स्कूल में पदस्थ शिक्षक संतोष द्विवेदी निवासी शिवाजी नगर नोड़िया के सुपुत्री की शादी 11 दिसंबर को पटेल पुल निवासी डॉ. रजनीश तिवारी के सुपुत्र के साथ हुई है। यह शादी चर्चा में इसलिए आई की दुल्हन के घर जब बारात पहुंची तो उसके स्वागत में सबसे पहले बारातियों को मास्क और सेनिटाइजर ही दिया गया। बिना मास्क के न तो किसी को पंडाल के अंदर आने की इजाज़त थी, न ही यहां अनावश्यक भीड़-भाड़ बढ़ाने की। शादी में शामिल वर और वधू पक्ष का कहना है कि सरकार ने जो गाइडलाइन जारी की है उसका पूरा पालन करके ही कोरोना को मात दी जा सकती है। वहीं बारात पहुंचने के पश्चात बारातियों का स्वागत फूल माला से किया जाता है लेकिन यहां मास्टर साहब के द्वारा बारातियों को भी शासन की गाइड लाइन का पाठ पढ़ाते हुए फूल माला के जगह मास्क और सैनिटाइजर दिया गया।
पेशे से शिक्षक संतोष द्विवेदी ने स्टार समाचार से बातचीत में कहा कि कोरोना जैसी महामारी ने पूरे विश्व को तबाह कर दिया है वहीं अधिकतम बारात में बिना मास्क सैनिटाइजर के बाराती रहते हैं, मेरे द्वारा बारातियों को मास्क और सैनिटाइजर देकर स्वागत किया गया तथा बढ़ते कोरोना महामारी को रोकने के लिए एक कदम हमारे तरफ से बढ़ाया गया है ताकि आगे भी लोग अन्य शादियों में भी बिना मास्क और सेनीटाइजर के न जाएं। चारों तरफ शिक्षक संतोष द्विवेदी की तारीफ हो रही है।
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