दो कोरोना संक्रमित मरीजों की मौत मामले की जांच रिपोर्ट आई सामने, एक निलंबित
हमीदिया अस्पताल के कोरोना वार्ड में विद्युत आपूर्ति अवरोध से जनित स्थिति एवं श्री अकबर खान व अन्य की मृत्यु के मामले में भोपाल संभागायुक्त श्री कवीन्द्र कियावत ने 2 जांच समितियां गठित कीं, जिनकी रिपोर्ट के अनुसार मरीजों की मृत्यु का विद्युत सप्लाई अवरोध से कोई संबंध नहीं है।
विद्युत प्रवाह में अवरोध की घटना के दौरान बैटरी बैकअप के माध्यम से मरीजों को सेवा दी जा रही थी तथा वेंटीलेटर के संचालन के लिए बैकअप पॉवर उपलब्ध था।
जांच रिपोर्ट के अनुसार श्री अकबर खान (67 वर्ष), कोविड—19 से गंभीर रूप से पीड़ित थे, उन्हें हृदय रोग, उच्च रक्तचाप एवं मधुमेह की बीमारी थी। वे आईसीयू में वेंटीलेटर पर थे। गंभीर हालत में उपचाररत रहते हुए उनकी मृत्यु हुई। 3/6
श्री अब्दुल रहीम (70 वर्ष) कोविड—19, मधुमेह व हृदय रोग से पीड़ित थे। उनकी मृत्यु कोरोना से ग्रसित रहते हुए निमोनिया के प्रभाव में हुई। श्री बाबूलाल मालवीय (84 वर्ष) कोविड—19 और अन्य गंभीर बीमारियों से ग्रस्त थे। हार्टबीट में अनियमित उतार—चढ़ाव के कारण इनकी मृत्यु हुई।
विद्युत आपूर्ति में अवरोध के दौरान हमीदिया अस्पताल के कोरोना वार्ड में भर्ती मरीजों को आईसीयू वार्ड में जो स्वास्थ्य सुविधाएं उपलब्ध कराई जा रही थीं, उन सभी उपकरणों का सुचारू संचालन बैकअप पॉवर से होना सुनिश्चित किया गया।
विद्युत आपूर्ति में अवरोध आने पर हमीदिया अस्पताल परिसर में स्थापित 5 डीजी सेट में से 4 सेट ऑटो स्विचऑन हो गए और कोरोना यूनिट को छोड़कर शेष भाग में विद्युत आपूर्ति चालू रही। कोरोना यूनिट का डीजी सेट चालू नहीं हुआ और यह 1.30 घंटे के लिए बंद रहा।
हमीदिया अस्पताल परिसर में स्थापित डी.जी.सेट के संचालन एवं संधारण का उत्तरदायित्व लोक निर्माण विभाग की विद्युत यांत्रिकी शाखा को सौंपा गया था। प्रकरण में पर्यवेक्षणीय कार्य के लिए उत्तदायी श्री राकेश बर्वे, उपयंत्री है। जिन्हें 11 दिसम्बर 2020 को निलंबित किया जा चुका है।
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