नगरपालिका चुनाव : कई योजनाएं अभी भी नहीं हो पाई पूरी,अध्यक्ष कौन बनेगा नगरीय क्षेत्र के जनता की टिकी है उम्मीदें

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नगरपालिका चुनाव : कई योजनाएं अभी भी नहीं हो पाई पूरी,अध्यक्ष कौन बनेगा नगरीय क्षेत्र के जनता की टिकी है उम्मीदें



नगरपालिका चुनाव : कई योजनाएं अभी भी नहीं हो पाई पूरी,अध्यक्ष कौन बनेगा नगरीय क्षेत्र के जनता की टिकी है उम्मीदें



सीधी

नगर पालिका चुनाव को लेकर आरक्षण के बाद चुनावी सरगर्मी बढ़ गई है। अनारक्षित अध्यक्ष पद होने के कारण भाजपा एवं कांग्रेस से दावेदारों की संख्या भी कम नहीं है, जबकि पिछला कार्यकाल देखा जाये तो कई ऐसी योजनाएं हैं जो आज तक नगर पालिका में लंबित हैं। ऐसे में माना जा सकता है कि प्रदेश में सरकार के बावजूद भी नगर पालिका में अतीत में काविज रहे चुके कई अध्यक्ष विकास के मामले में कोई खास पहल नहीं कर पाए हैं। यह मुद्दा भी चुनाव के दौरान विपक्षी नेताओं द्वारा खूब उछाला जा सकता है। 
नगरपालिका के पुनः आरक्षण  की राज्य सरकार की घोषणा के पूर्व अतीत में किए गए आरक्षण  में अध्यक्ष पद को लेकर नगर पालिका में पहले पिछड़ा वर्ग महिला की सीट आरक्षित की गई थी जिसके लिए भाजपा एवं कांग्रेस से कई दावेदार तैयारियां कर रहे थे, लेकिन अचानक ही आरक्षण के बाद फिर से अध्यक्ष पद अनारक्षित होने के कारण अब दावेदारों की संख्या में काफी इजाफा होने लगा है। 
हालांकि कांग्रेस एवं भाजपा किसे टिकट देगी यह तो आने वाला वक्त ही बताएगा लेकिन दावेदारों की होड़ इन दिनों कम नहीं देखी जा रही है। ऐसी स्थिति में किसे सफलता अर्जित होगी किसे नहीं यह तो वक्त ही बताएगा परन्तु तीन पंचवर्षीय तक अध्यक्ष नगर पालिका में भाजपा के ही रहे हैं। उस दौरान प्रदेश में भाजपा की सरकार रहीं लेकिन विकास के कोई खास काम नहीं हो पाए हैं। यहां तक की जो योजनाएं लागू थीं वो भी अधूरी पड़ी हुईं हैं। जिस वजह से विपक्ष के लिए यह खास मुद्दा माना जा सकता है। 

इन योजनाओं पर भी नहीं हुई अमल:-

प्रदेश की भाजपा सरकार के दौरान नगर पालिका में अध्यक्ष रही श्रीमती अंजू केशरी के कार्यकाल के दौरान कई योजनाओं को हरी झंडी दी गई जिसमें कि नल जल योजना के लिए करीब 21 करोड़ का वजट पारित हुआ, वहीं कचरा से खाद बनाने की योजना की सौगात मिली जिसमें कि नौगवाधीर सिंह गांव में शासन स्तर पर जमीन आवंटन की प्रक्रिया विचाराधीन रही। इसके अलावा ट्रांसपोर्ट नगर आज भी अधूरा है। वहीं कुशाभाऊ ठाकरे की बहुमंजिला शॉपिंग काम्पलेक्स का काम भी पूरा नहीं हो पाया। सूखा नाला में भारत सिंह के घर के बगल से कलेक्ट्रेट तक सड़क निर्माण का काम भी विचाराधीन है। इसके अलावा अमहा में तालाब सौन्दर्यीकरण एवं स्वीमिंग पुल का निर्माण भी पूरा नहीं हो पाया। ऐसे में क्या माना जाये कि भाजपा की सरकार में जो वादे हुए हैं वो कैसे पूरे हो सकते हैं?

अब नपा के पूर्व अध्यक्षों को मान रहे जिम्मेदार:-

नगर पालिका में वर्तमान स्थिति को देखा जाये तो स्मार्ट सिटी के नाम पर 25 करोड़ का वजट आया उस पर अभी कोई पहल नहीं की जा रही है। इसके पहले जो योजनाएं भी वह भी अधूरी पड़ी है। ऐसे में भाजपा के दावेदार भाजपा से ही निर्वाचित पूर्व नपा अध्यक्षों को जिम्मेदार मान रहे हैं। वहीं कांग्रेस के दावेदार यह मान रहे हैं कि विकास के लिए जब तक कांग्रेस के अध्यक्ष निर्वाचित नहीं होंगे तब तक यहीं विसंगतियां बनी रहेंगी।

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