सीधी:तहसीलदार पर हुए अत्याचार पर संघ ने कलेक्टर को सौंपा ज्ञापन
सीधी।
मध्य प्रदेश राजस्व अधिकारी (क) प्रशासनिक सेवा संघ के आह्वान पर जिला इकाई सीधी के तहसीलदार मझौली बीके पटेल ने संघ के साथ कलेक्ट्रेट पहुंच कर मुख्यमंत्री मध्यप्रदेश शासन के नाम कलेक्टर जिला सीधी को ज्ञापन पत्र सौंपा है।
ज्ञापन में हवाला दिया गया है कि मध्य प्रदेश राजस्व अधिकारी (क) प्रशासनिक सेवा संघ मुख्यमंत्री से अनुरोध करता है कि हम राजस्व अधिकारी आप के निर्देशन में आपका विभागीय कार्यों के साथ शासन द्वारा सीधे सौपे गए अन्य विभागों के कार्यों,क्षेत्रीय विवादों, समस्याओं को निपटाने के लिए 365 दिन कर्तव्यनिष्ठ रहते हैं। प्रशासन की कड़ी के रूप में हम राजस्व अधिकारियों को क्षेत्र में कई असामाजिक तत्वों के असंतुष्टि का दंश अपने ऊपर जानलेवा हमले के रूप में झेलना पड़ता है अतः गत पखवाड़े से हमारे दो संभागीय अधिकारी साजिश, आक्रमण,दायित्वों के निर्वहन,अकारण शिकायत का दबाव झेलते हुए अपमानित किए गए हैं किंतु ऐसे अपराधियों के विरुद्ध कोई कार्यवाही नहीं की गई है और हम लगातार न्याय की गुहार लगा रहे हैं। हमारा एक अधिकारी लवकेश मिश्रा नायब तहसीलदार कुसमी जिला सीधी ऐसे अपराधियों के आक्रमण से आज भी जिंदगी और मौत की लड़ाई गत 4 माह से लड़ रहा है। जबकि बीते 14 दिसंबर को हमारे अधिकारी शैलेंद्र बिहारी शर्मा तहसील उचेहरा जिला सतना के ऊपर जानलेवा हमला हुआ है जिसमें आरोपी आज भी खुला घूम रहे हैं। साथ ही बीते 29 नवंबर को संभागीय अधिकारी पंकज नयन तिवारी नायब तहसीलदार कोतमा जिला अनूपपुर एवं तहसील के अन्य राजस्व अधिकारी-कर्मचारी को एक अभिभाषक रमेश गुप्ता द्वारा खुलेआम धमकाया गया, न्यायालयाधीन कार्यों को बाधित किया गया और अभद्र भाषा का प्रयोग किया गया। सारे आदेशों व निर्देशों को धता बताते हुए उसके द्वारा 7 दिन तक विधि विरुद्ध प्रदर्शन किया गया। संपूर्ण गतिविधि की जानकारी तहसील व जिला के अधिकारियों द्वारा पुलिस थाना कोतमा एवं वरिष्ठ अधिकारियों को दी गई किंतु आज दिनांक तक उसके विरुद्ध प्राथमिकी दर्ज नहीं की गई उक्त अपमान व असुरक्षा के कारण संवर्ग में हताशा व निराशा चरम पर है।
उपरोक्त घटना में व्यथित होकर मध्य प्रदेश के राजस्व अधिकारी द्वारा मांग की गई है कि
जिला सतना में नायब तहसीलदार शैलेंद्र बिहारी शर्मा के ऊपर नामजद आरोपी को अविलंब गिरफ्तार किया जाए। तहसील कोतमा जिला अनूपपुर के अभद्र और कानून को तोड़ने वाले अभिभाषक रमेश गुप्ता के ऊपर 29 नवंबर को अनुविभागीय अधिकारी कोतमा को 1 दिसंबर व 13 दिसंबर को कलेक्टर अनूपपुर को प्रेषित ज्ञापन के अनुसार न्यायालय का कार्य बाधित करने,धमकी देने, अपमान करने और बलवा के उद्देश्य से भीड़ एकत्रित करने के विरुद्ध सुसंगत धाराओं में प्राथमिकी दर्ज कराई जाए साथ ही उसके द्वारा विधि के विरुद्ध की गई गतिविधि के लिए उनका लाइसेंस निरस्त हेतु अध्यक्ष मध्य प्रदेश बार काउंसिल जबलपुर को पत्र जारी किया जाए। उपरोक्त दोनों बिंदुओं पर राजस्व परिवार ने मुख्यमंत्री से आगामी 27 दिसंबर तक कार्यवाही की आशा और अपेक्षा की है कार्यवाही ना होने पर प्रांत के समस्त तहसीलदार व नायब तहसीलदार अपना सम्मान, अस्मिता की सुरक्षा के लिए सोमवार 28 दिसंबर से निर्वाचन संबंधित अपरिहार्य कार्य के अलावा अन्य सभी राजस्व कार्य न्यायालयीन कार्यों से अपने आप को अनिश्चितकाल के लिए पृथक रखेंगे जिसकी समस्त जिम्मेदारी वरिष्ठ अधिकारियों की होगी जिनके द्वारा समुचित कार्यवाही नहीं की गई है।
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