होमगार्ड का 74वा स्थापना दिवस हर्षोल्लास के साथ मनाया गया
उज्जैन।
रविवार को नागझिरी स्थित जिला होमगार्ड कार्यालय के मैदान में होमगार्ड और नागरिक सुरक्षा संगठन का 74वा स्थापना दिवस अत्यन्त हर्षोल्लास के साथ आयोजित किया गया। कार्यक्रम के मुख्य अतिथि संभागायुक्त श्री आनन्द कुमार शर्मा और विशिष्ट अतिथि कलेक्टर श्री आशीष सिंह थे।
होमगार्ड के स्थापना दिवस समारोह की अध्यक्षता डिवीजनल कमांडेंट होमगार्ड उज्जैन संभाग सुश्री प्रीतिबाला सिंह ने की। संभागायुक्त श्री शर्मा ने निरीक्षण वाहन में परेड के चारों प्लाटूनों आर्म्स प्लाटून, महिला प्लाटून, यातायात प्लाटून और आधुनिक बचाव उपकरणों से लेस एसडीआरएफ प्लाटून का निरीक्षण किया। इसके पश्चात सेरिमोनियल ड्रेस में सुसज्जित होमगार्ड जवानों की परेड के द्वारा मार्चपास्ट करते हुए संभागायुक्त श्री शर्मा को सलामी दी गई। परेड का नेतृत्व कंपनी कमांडर श्रीमती मीनाक्षी चौहान और टूआईसी श्री केएल शिन्दे द्वारा किया गया। आर्म्स प्लाटून की अगुवाई श्री दिलीप बामनिया, महिला प्लाटून की अगुवाई श्री पुष्पेंद्र त्यागी, यातायात प्लाटून की अगुवाई एएसआई श्री दिनेश जोशी एवं एसडीआरएफ प्लाटून की अगुवाई सुश्री शिला चौधरी के द्वारा की गई।
इसके बाद कलेक्टर श्री आशीष सिंह ने होमगार्ड स्थापना दिवस के अवसर पर राष्ट्रपति के सन्देश का वाचन किया। राष्ट्रपति के सन्देश में बताया गया कि नागरिक सुरक्षा संगठन एवं होमगार्ड ने राष्ट्रसेवा में स्वैच्छिक कार्य की उच्चतम परम्परा को बरकरार रखा है। प्रधानमंत्री के सन्देश में बताया गया कि कोविड-19 महामारी के मद्देनजर होमगार्ड और नागरिक सुरक्षा संगठन इन दोनों संगठनों द्वारा प्रदान की गई सहायता से महामारी के खिलाफ राष्ट्र की लड़ाई को मजबूत किया है।
संभागायुक्त श्री आनन्द कुमार शर्मा ने होमगार्ड जवानों को सम्बोधित करते हुए कहा कि कोरोना महामारी हो, भीषण बाढ़ हो या अन्य कोई प्राकृतिक आपदा तथा कानून व्यवस्था के निर्माण जैसे अनेक महत्वपूर्ण कार्य इनमें होमगार्ड के सैनिक दिन-रात कड़ी मेहनत और तपस्या करते हैं। होमगार्ड का स्थापना दिवस हमें यह एहसास दिलाता है कि किस सामाजिक सरोकार के लिये हमारा जन्म हुआ है। होमगार्ड के जवान विकट और आपातकालीन परिस्थितियों में अत्यन्त महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं। हमें होमगार्ड के जवानों को और अधिक संसाधनयुक्त और प्रशिक्षित करना चाहिये, क्योंकि इनके द्वारा दी जा रही सेवाओं का लाभ सम्पूर्ण समाज को प्राप्त होता है। 74 साल पुराना यह गौरवशाली संगठन अपनी निष्काम सेवा के लिये जाना जाता है। उज्जैन में सिंहस्थ जैसे महापर्व को सफल बनाने के लिये होमगार्ड द्वारा दिये गये योगदान को सर्वत्र सराहना मिली थी। लोग आज भी तपती दोपहरी में रामघाट और अन्य स्थानों पर की गई होमगार्ड जवानों की ड्यूटी को याद करते हैं। संभागायुक्त ने सभी जवानों को अपनी ओर से बधाई दी।
स्थापना दिवस समारोह में संभागायुक्त और कलेक्टर द्वारा उत्कृष्ट ड्यूटी सम्पादित करने वाले जवानों को प्रशस्ति-पत्र प्रदान कर सम्मानित किया गया। इसके उपरान्त एसडीआरएफ के जवानों द्वारा आपदा के समय बचाव कार्य का डेमोंस्ट्रेशन कार्यक्रम और मॉकड्रील की गई, जिसमें भूकंप आने पर बहुमंजिला इमारतों में फंसे व्यक्तियों को रोप रेस्क्यू के द्वारा टाइगर जम्प और स्लेदरिंग करते हुए सुरक्षित बाहर निकालने, भूकंप से क्षतिग्रस्त मकान में फंसे लोगों को मकान की दीवार काटकर बाहर निकालने, उन्हें मेडिकल फर्स्टएड देने तथा सड़क दुर्घटना में चोटिल युवती को सीपीआर देकर प्राणरक्षा करने का डेमोंस्ट्रेशन किया गया।
मॉकड्रील के बाद संभागायुक्त और कलेक्टर ने विगत 15 जून 2013 में केदारनाथ में भयानक आपदा आने के उपरान्त गठित एसडीआरएफ टीम के पास उपलब्ध अत्याधुनिक बचाव उपकरणों की प्रदर्शनी का अवलोकन किया तथा उपकरणों की कार्यविधि और उपयोगिता के बारे में विशेषज्ञ टीम से जानकारी ली। अधिकारियों ने निर्देश दिये कि उज्जैन जिला अनेक नदियों से घिरा है जैसे कालीसिंध, चंबल, गंभीर, शिप्रा आदि नदियों में अक्सर बाढ़ के हालात उत्पन्न होते हैं। ऐसे में होमगार्ड और एसडीआरएफ टीम के पास कुशल प्रशिक्षित ऐसे गोताखोर होने चाहिये जो डीप डायविंग सूट पहनकर 60 से 80 फीट गहरे पानी में आसानी से जा सकें। संभागायुक्त ने कहा कि हमारी वाटर रेस्क्यू टीम इतनी दक्ष हो कि विपत्ति पड़ने पर आसपास के जिलों से भी उज्जैन टीम को ही बुलाया जाये।
स्थापना कार्यक्रम में डिस्ट्रिक्ट कमांडेंट श्री संतोष कुमार जाट ने भी अपने विचार व्यक्त किये। कार्यक्रम का संचालन श्रीमती रूबी यादव ने किया।
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