शादी का झांसा देकर 6 महीने तक करता रहा शारीरिक शोषण , गर्भवती हुई तो हो गया फरार
जबलपुर। दोस्ती कब प्यार में बदल जाए इसका कोई भरोसा नहीं है, प्यार का भूत ऐसे चढ़ता है की सब भूल जाता है। ऐसा ही एक मामला जबलपुर जिले से है। जहाँ दो प्रेमी युगल लिव इन रिलेशनशिप में छह महीने साथ रहे। युवती गर्भवती हुई तो आरोपी बहाना बनाकर फरार हो गया। युवती ने जाकर शिकायत कि पुलिस ने रेप और एससी-एसटी का प्रकरण दर्ज कर मामला जांच में लिया है।
ये है पूरी घटनक्रम:-
जानकारी के अनुसार 28 वर्षीय युवती एनसीएल अमलोरी प्रोजेक्ट नवानगर सिंगरौली में स्वास्थ सेवा में कार्यरत है। 1 जून को वह कम्युनिटी हेल्थ ऑफिसर की ट्रेनिंग के लिए जबलपुर आई थी। 3 जून को रानी दुर्गावती कॉलेज ऑफ नर्सिंग जबलपुर में डॉक्यूमेंट वेरीफिकेशन के दौरान उसकी मुलाकात सोनू चौरया निवासी छिंदवाड़ा से हुई। उसने डॉक्यूमेंट वेरीफिकेशन के समय उसकी मदद किया, जिससे दोस्ती हो गई। दोनों ने एक-दूसरे का नंबर ले लिया। शाम को युवती ने सोनू काे थैंक्यू बोलने के लिए फोन लगाया तो उसने पूछा कि कहां रहना हो रहा है। युवती ने होटल में रुकने की बात कही। फिर सोनू ने ही चौथा पुल के पास रूम ढूंढने और शिफ्टिंग में मदद की। कुछ दिन बाद सोनू भी उसी मकान में नीचे शिफ्ट हो गया। दोनों में अच्छी गहरी दोस्ती हो गई। सोनू ने कई बार युवती से अपने प्यार का इजहार किया और शादी करने को कहा।
अपने जन्म दिन पर किया प्रपोज:-
युवती ने बताया कि वह अनुसूचित जाति की है। तब सोनू बोला कि उसे कोई दिक्कत नहीं। इंटरकास्ट मैरिज करूंगा। 26 जून को युवती का जन्मदिन था। सोनू ने उसे अपने कमरे में बुलाया। वहीं युवती को प्रपोज किया। मना करने पर भी जबरन उसके साथ शारीरिक संबंध बनाए। युवती के विरोध पर कहा कि शादी करेगा। फिर बोला की आज से वह उसकी पत्नी हो गई है। इसके बाद वह लगातार उसका शारीरिक शोषण करता रहा।
प्रेमी हुआ फरार:-
25 नवंबर की रात 10 बजे बताया कि वह घर जा रहा है अपने मां-पिता से शादी की बात करने। 26 नवंबर को वह घर चला गया। अभी कुछ दिन पहले ही युवती को पता चला कि वह गर्भवती है। उसने सोनू को इसके बारे में बताया और जल्द शादी करने के लिए कहा। तब सोनू ने बताया कि वह अपने माता-पिता की मर्जी के बगैर शादी नहीं कर सकता। तुम अपना देख लो। मेरे भरोसे मत रहो। सोनू ने शादी का झांसा देकर उसका शोषण किया। पुलिस ने आरोपी सोनू चौरया के खिलाफ धारा 376, 376 (2)(N), 417 व एससी-एसटी का प्रकरण दर्ज कर जांच में लिया है।
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