68 के खिलाफ एफआईआर, 15 पर रासुका की कार्यवाही
भोपाल।
खाद्यान्न सामग्री में मिलावट करने वाले मिलावटखोर माफियाओं के खिलाफ सख्ती से कार्यवाही की जा रही है। मिलावट से मुक्ति अभियान में अब तक 68 मिलावटखोरों के खिलाफ एफआईआर दर्ज की गई है और 15 को रासुका में कार्यवाही करते हुए जेल भेजा गया है।
खाद्यान्न सामग्री के निर्माण से लेकर आम आदमी तक पहुँचाने की प्रक्रिया में जहाँ भी मिलावट करने वाले पाये गये हैं, उन्हें बख्शा नहीं गया है। अभियान के तहत हुई कार्यवाही में खाद्यान्न सामग्री निर्माण करने वाले 21 लोगों के लायसेंस सस्पेंड कर दिये गये हैं। खाद्यान्न सामग्री का निर्माण और विक्रय करने वाले 25 प्रतिष्ठानों को सील कर बंद कर दिया गया है। मिलावट कर खाद्यान्न बनाने वाले 5 खाद्य प्रतिष्ठान के संचालक माफियाओं के विरुद्ध कार्यवाही करते हुए इनके खाद्य प्रतिष्ठानों को तोड़कर नष्ट करने की कार्यवाही की गई है। अब तक अभियान के दौरान 4 करोड़ 71 लाख 40 हजार 200 रुपये मूल्य की मिलावटी खाद्यान्न सामग्री को जप्त किया गया है।
मिलावट से मुक्ति अभियान में 4680 रेग्युलेटरी नमूने लिये गये हैं और 11 हजार 234 स्थानों पर खाद्य पदार्थों का निरीक्षण किया गया है। खाद्य प्रशासन विभाग द्वारा दी गई जानकारी में बताया गया कि 2539 मिलावटखोरों को सूचना-पत्र जारी किये गये हैं। राज्य खाद्य प्रयोगशाला से जारी 2410 खाद्य पदार्थों के नमूनों की जाँच रिपोर्ट में 515 नमूने मिलावट वाले पाये गये हैं। खाद्यान्न सामग्री में मिलावटखोरों के खिलाफ और सख्ती से कार्यवाही की जायेगी। अभियान लगातार जारी है।
0 टिप्पणियाँ