शादी का झांसा देकर 3 साल तक रेप किया था सिपाही तीनों सिपाहियों को बर्खास्त करने की कार्यवाही जारी
उज्जैन।
महिला को शादी का झांसा देकर तीन साल तक रेप करने के मामले में पुलिस ने मुख्य आरोपी सिपाही और सबूतों को मिटाने की कोशिश करने वाले उसके तीन अन्य साथियों को गिरफ्तार कर लिया है. उज्जैन के नीलगंगा थाने में 2 दिन पहले एक युवती ने सिपाही के खिलाफ रेप की शिकायत की थी. युवती का कहना था कि वह उज्जैन में सिपाही भर्ती की तैयारी कर रही थी. इस दौरान उसकी पहचान अजय नामक सिपाही से हुई. सिपाही ने शादी का झांसा देकर उसके साथ 3 सालों तक रेप किया। पुलिस अधीक्षक सतेंद्र शुक्ला ने बताया कि इस मामले में शिकायत मिलने के बाद सिपाही अजय के खिलाफ नीलगंगा थाने में रेप का मामला दर्ज किया गया. उसे गिरफ्तार करने के बाद जब डीएनए टेस्ट के लिए अस्पताल ले जाया गया, तो उस समय दो सिपाहियों और एक बाहरी व्यक्ति ने मिलकर अजय का स्पर्म और ब्लड बदलने की कोशिश की. इस घटना की जानकारी मिलने के बाद तीनों के खिलाफ नीलगंगा थाने में सहअभियुक्त बनाते हुए मामला दर्ज कर लिया गया. अब तीनों सिपाहियों को बर्खास्त करने की कार्रवाई शुरू हो गई है. तीनों को नोटिस भी जारी किया जा रहा है. पुलिसकर्मियों के नाम घनश्याम और तबरेज हैं, जबकि एक बाहरी व्यक्ति का नाम बलराम है, जोकि अजय का रिश्तेदार है.रेप के मामले में डीएनए के माध्यम से काफी अहम सबूत एकत्रित किए जाते हैं. इसमें पीड़ित पक्ष के साथ-साथ आरोपी का भी डीएनए होता है. इसके लिए स्पर्म और ब्लड का टेस्ट किया जाता है. आरोपी अजय ने अपने दो अन्य साथियों और चचेरे भाई की मदद से स्पर्म व ब्लड बदलवाने की कोशिश की, ताकि डीएनए का सबूत फेल हो जाए और उसे माननीय न्यायालय के समक्ष फायदा मिले. उसकी यह कोशिश नाकाम हो गई. उन्होंने कहा कि दोषियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जा रही है.उल्लेखनीय है कि उज्जैन में बहुचर्चित झिंझर कांड में फिलहाल 2 पुलिसकर्मी पहले ही जेल की हवा खा रहे हैं.
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