सीधी:विक्रेता का आडियो वायरल,जिले के आला अफसर को देते हैं राशन का 15 हजार प्रतिमाह
बहरी तहसील के सिहौलिया विक्रेता ने बताया कि हर महीने होती है डेढ़ लाख की कमाई
सीधी।
शासकीय उचित मूल्य दुकान के विक्रेता का एक आडियो इन दिनों सुर्खियों में है जिन्होने जिले के आला अफसर सहित खाद्य अधिकारी पर रिश्वत देने का खुलासा किया है। यहां तक की जिले के आला अफसर के बगले में 15 हजार रूपये प्रतिमाह राशन देने का भी खुलासा विक्रेता द्वारा किया गया।
विक्रेता के अनुसार खाद्य अधिकारी के निर्देश पर यह राशन सप्लाई करायी जा रही है। उन्होने यह भी कबूला कि इन सबके बावजूद भी करीब डेढ़ लाख रूपये की कमाई हो रही है।
जाहिर है कि कोई भी जिले का आला अफसर विक्रेता से राशन की मांग नहीं करेगा लेकिन कहीं न कहीं शासकीय उचित मूल्य की दुकान सिहौलिया तहसील बहरी के विक्रेता प्रकाश जायसवाल द्वारा उन पर आरोप मढऩे में कोई कसर नहीं छोड़ी गई।
दरअसल गांव के ही एक नागरिक द्वारा जो आडियो भेजा गया है उसमे स्पष्ट उल्लेखित किया गया है कि हमारे पास खर्चा बहुत हैं, जिले के आला अफसर के बगले में हर महीने 15 हजार रूपये का किराना सामान देते हैं जो कि गार्ड के माध्यम से अंदर भेजवाया जाता है। यह आदेश जिला खाद्य आपूर्ति अधिकारी के निर्देश पर मेरे द्वारा किया जा रहा है। इसके अलावा हफ्ते में दारू, बकरा एवं मुर्गा के नाम पर भी अलग से खर्च कर रहे हैं। इस तरह महीने में करीब 35 हजार रूपये खर्च होता है। इसके बावजूद भी डेढ़ लाख रूपये की कमाई हो रही है। कलेक्टर के अलावा अन्य खर्च का हवाला देते हुए विक्रेता ने बताया कि दारू, बोकरा एवं मुर्गा कभी तहसीलदार तो कभी खाद्य विभाग में बाहर से आए अधिकारियों के नाम पर खर्च की जाती है।
तीन विक्रेताओं के भरोसे चल रहा काम
सिहौलिया विक्रेता प्रकाश जायसवाल का जो आडियो सामने आया है उनकी मानें तो जिले के तीन विक्रेता पर जिला खाद्य आपूर्ति अधिकारी भरोसा जता रहे हैं। जिसमें कि बरम्बाबा एवं कुशमहर के विक्रेता के अलावा सिहावल में उन पर ही पूरा भरोसा है। यही वजह है कि उनका सहकारिता विभाग एवं बैंक से तालमेल नहीं है। इसके बावजूद भी कोई कार्यवाही करने की हिम्मत नहीं जुटाई जा रही है।
बाहर भी सप्लाई करते हैं खाद्यान्न
विक्रेता सिहौलिया प्रकाश जायसवाल के अनुसार उनके चाचा अभी हाल में ही खाद्यान्न वितरण में कालाबाजारी को लेकर पकड़े गये हैं। लेकिन उन्होने बताया कि हम चाचा हंसलाल नहीं है। बताया गया है कि इन दिनों गेहूं 13 रूपये एवं चावल 14 रूपये किलो मंडी सीधी में ब्लैक के हिसाब से बेचते हैं जबकि बनारस में 15 रूपये एवं हनुमना में 14 रूपये प्रति किलोग्राम बिकता है। उनके अनुसार हर महीने में 100 बोरी से ज्यादा खाद्यान्न बिक्री करने के कारण अतिरिक्त कमाई का जरिया बना हुआ है। यहां तक की उन्होने सफाई भी दिया कि प्रधानमंत्री खाद्य योजना में कोई गोलमाल नहीं करते हैं बल्कि लाकिंग पासवर्ड को डिलीट कर खाद्यान्न की बचत कर रहे हैं।
84 लाख रूपये की अर्जित हो चुकी है संपत्ति
विक्रेता सिहौलिया की मानें तो जो आडियो उनके आवाज में वायरल हुआ है उसमें उन्होने बताया कि क्षेत्र की जनता हमारा विरोध करने की हिम्मत नहीं जुटाती जिस वजह से हमने इस दौरान करीब 84 लाख रूपये की सम्पत्ति अर्जित कर चुके हैं। जिसमें कि 9 लाख रूपये की जमीन सीधी में लिए एवं वर्तमान में बैंक एकाउंट 17 लाख है, इसके अलावा ढाई लाख का गहना खुद की शादी में लिए हैं। इन सबके अलावा मेरे पास 84 लाख रूपये की सम्पत्ति अर्जित की जा चुकी है। यदि हम नियम में चलेंगे तो विक्रेताओं की कमाई नहीं हो सकती इसलिए गोलमाल करना जरूरी रहता है।
आडियो वायरल में विक्रेता के खिलाफ दर्ज होगी एफआईआर : तिवारी
जिला खाद्य आपूर्ति अधिकारी आशुतोष तिवारी ने कहा कि सिहौलिया विक्रेता के आडियों वायरल की जानकारी हमें 15 दिन पहले मिली है। जिसकी जांच की जा रही है। उन्होने कहा कि उसके खिलाफ एफआईआर दर्ज करायी जाएगी। हालांकि जिला खाद्य एवं आपूर्ति अधिकारी भी आपा खोते हुए विक्रेता को गाली देने में भी पीछे नहीं रहे। इतना ही नहीं उन्होंने ये भी कहा कि वो दो कौड़ी का आदमी है हमारे पास आएगा तो हम उसे मारेंगे भी। उन्होने कहा कि वह रीवा एवं प्रदेश तक की व्यवस्था की बात आडियो में व्यक्त की है। मैं तो उसे पहचानता तक नहीं हूं। ऐसे में वो किसी के ऊपर आरोप लगा रहा है यह बिल्कुल गलत है।
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