कलेक्टर की पहल से तराना की करोड़ों की जमीन अतिक्रामकों से बची, नीलामी से सरकार को अब 11 करोड़ से अधिक की राशि मिलेगी
उज्जैन।
तराना कस्बे के बीचोंबीच राज्य परिवहन निगम की सम्पत्ति वर्षों से रिक्त पड़ी थी। इस भूमि पर लम्बे समय से अतिक्रमण करने वाले एवं कब्जा करने वालों की निगाही जमी हुई थी। आवासहीनों की आड़ में कुछ लोग अपना उल्लू सीधा करने में लगे हुए थे और जमीन की मांग कर रहे थे। प्रकरण कलेक्टर श्री आशीष सिंह के संज्ञान में आया तो उन्होंने उक्त बेशकीमती जमीन का मूल्यांकन करवाया तथा राज्य शासन से समन्वय कर शासन का राजस्व बढ़ाने के लिये उक्त जमीन को अतिक्रमणमुक्त करवा कर लोक सम्पत्ति विभाग को जमीन की बिक्री का प्रस्ताव भेजा गया। संयोग से लोक परिसम्पत्ति विभाग में उज्जैन में कार्य कर चुके अपर कलेक्टर श्री प्रदीप जैन उप सचिव के रूप में कार्यरत हैं। कलेक्टर के इस सम्बन्ध में समय पर निर्णय लेने तथा भोपाल पदस्थ विभागीय अधिकारियों से संवाद स्थापित करने से शासन के खजाने में लगभग 11 करोड़ रुपये का योगदान मिलने जा रहा है। उक्त सम्पत्ति की नीलामी की विज्ञप्ति भी जारी हो चुकी है तथा 22 दिसम्बर को प्रात: 11 बजे तक इसकी निविदा जमा कराने की तिथि रखी गई है। एसडीएम श्रीमती एकता जायसवाल ने उक्त जानकारी देते हुए बताया कि नीलाम होने जा रही जमीन शहर के बीचोंबीच है एवं अत्यधिक मौके की है। इस जमीन को कोई भी डेवलपर आगे आकर खरीदने को तैयार हो जायेंगे।
डेवलपर्स एवं निवेशकों के लिये 11 करोड़ 40 लाख की मौके की सम्पत्ति खरीदने का सुनहरा अवसर, 22 दिसम्बर की 11 बजे तक निविदा जमा करा सकते हैं
लोक परिसम्पत्ति विभाग द्वारा सड़क विकास निगम की तराना शहर में मुख्य रोड की जमीन की नीलामी के लिए विज्ञप्ति जारी की गई है। 18580 वर्गमीटर जमीन की ऑफसेट कीमत 11 करोड़ 40 लाख रखी गई है । इच्छुक निविदाकार अपनी निविदा 22 दिसंबर की 11 बजे तक प्रस्तुत कर सकते है। विस्तृत जानकारी www.mptenders.gov.in पर देखी जा सकती है।
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