10 हजार के प्रस्ताव में सचिव ने आहरित किये 25 हजार ,संदेह के दायरे में पोडी सचिव का कारनामा
(आर.बी.सिंह,राज) सीधी।
सीधी जिले के कुसमी जनपद पंचायत अंतर्गत कई पंचायतों में सरपंच सचिव मनमानी प्रस्ताव तैयार करके शासन की राशि आहरित कर रहे हैं, देखा जा रहा है कि प्रस्ताव में कुछ अलग लिख रहे हैं और राशि कुछ अलग ही आहरित हो रही है।
ऐसे में जनपद में बैठे कर्मचारी अधिकारी भी अपने नजरें बंद कर उन्ही के साथ मिले जुले हुये हैं। इससे यह कहा जा सकता है का आदिवासी जनपद पंचायत मे अंधेर नगरी का राज अभी भी चल रहा है।
मामला कुसमी जनपद के पोडी पंचायत का है जहां सचिव ने एक प्रस्ताव तैयार कर कलावती यादव के खाते के साथ साथ अपने खाते मे राशि आहरित कर ली है। बताते चले कि पंच परमेश्वर योजना से दिनाकं 20 जनवरी 2019 को सचिव ने एक प्रस्ताव तैयार किया जिसमें उल्लेख है कि 26जनवरी के दिन पंचायत में ध्वजारोहण और अन्य खर्च एवं बच्चों को प्रोत्साहित करने के लिये 10 हजार राशि आहरित किया जाय लेकिन प्रस्ताव में स्पष्ट नहीं है कि राशि कौन आहरित करेगा,कौन वेण्डर होगा और इस 1 पंचायत के प्रस्ताव जिसका विल नं.12 से एक ही दिनाकं 20 जनवरी को कलावती के खाते मे 15 हजार एवं सचिव ने अपने खाते मे 10 हजार राशि यानी कुल 25 हजार राशि आहरित कर ली जबकि प्रस्ताव विल नं.12 एक ही बनाया गया एवं उसमे मात्र 10हजार निकालने का उल्लेख है। फिर 25हजार आहरित करना संदेह के दायरे मे आता है।इस तरह के प्रस्ताव सवाल पैदा करते है कि प्रस्ताव कहीं घर बैठकर तो नहीं बनाया गया। क्या सरपंच एवं समस्त पंचो को ये बात पता है कि सचिव ने एक 10 हजार के प्रस्ताव मे 25 हजार राशि आहरित कर ली। जिससे साफ जाहिर होता है कि कि पोडी सचिव शासन कि राशि का वंदरबाट कर रहे हैं। वैसे पोडी पंचायत के कई ऐसे प्रस्ताव बिल लगाकर सचिव राशि आहरित कर चुके हैं जो संदेह के दायरे में हैं। प्रशासन को चाहिये कि पोडी पंचायत के समस्त बिल वाउचर्स की आडिट कर गमन राशि की भरपाई की कार्यवाही करें। साथ ही आहरण हुयी राशि की जांच कर दोषियों पर कार्यवाही करें।
यहां सवाल यह भी उठता है कि कुसमी के जो जिम्मेदार अधिकारी हैं उन्हे ये गल्तियां क्यो नजर नहीं आतीं ? इससे ये साबित हो रहा है कि अधिकारियो के मिली भगत से कुसमी जनपद में पंचायतें इस तरह के प्रस्ताव तैयार कर शासन की राशि आहरित कर बंदरबाट कर रही हैं।
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