कक्षा 1 से 8 वीं के विद्यार्थियों का वार्षिक मूल्यांकन के लिए गाइड लाइन जारी
प्रदेश में शासकीय शालाओं में कक्षा एक से आठवीं तक के विद्यार्थियों का मूल्यांकन वर्कशीट के आधार पर होगा। आयुक्त राज्य शिक्षा केंद्र श्री लोकेश कुमार जाटव ने बताया कक्षा पहली से आठवीं तक के बच्चों को वर्कशीट दी जाएगी। इसके आधार पर उनका अर्धवार्षिक एवं वार्षिक मूल्यांकन किया जाएगा। विद्यार्थियों का अर्धवार्षिक मूल्यांकन जनवरी माह में एवं वार्षिक मूल्यांकन फरवरी एवं मार्च में किया जाएगा।
राज्य शिक्षा केंद्र ने माध्यमिक शिक्षा मंडल से संबद्ध सभी शासकीय शालाओं में शिक्षण सत्र 2020 -21 में कक्षा एक से आठवीं तक के विद्यार्थियों के अर्धवार्षिक मूल्यांकन (प्रतिभा पर्व) एवं वार्षिक मूल्यांकन के संबंध में दिशा-निर्देश जारी किए हैं। कक्षा पहली एवं दूसरी के बच्चों को शालाओं से ही अभ्यास पुस्तिका दी जाएगी जिसके अंत में वर्कशीट होगी। इसमें हिंदी, अंग्रेजी एवं गणित विषय के प्रश्न होंगे। कक्षा तीसरी से आठवीं तक के बच्चों को दी जाने वाली वर्कशीट में कौशल आधारित प्रश्न और प्रोजेक्ट वर्क होगा। वर्कशीट में ही प्रश्नों के उत्तर और प्रोजेक्ट वर्क लिखने के लिए स्थान रहेगा। वर्कशीट में 60 प्रतिशत लिखित एवं 40 प्रतिशत अंक प्रोजेक्ट कार्य के आधार पर दिए जाएंगे। प्रोजेक्ट वर्क में छात्रों से कोई मॉडल नहीं बनवाया जाएगा। यह प्रोजेक्ट वर्क घर में उपलब्ध रोजमर्रा की सामग्री के आधार पर या घर के सदस्यों से पूछ कर पूरे किए जा सकेंगे।
विद्यार्थियों का अर्धवार्षिक मूल्यांकन 20 से 30 जनवरी के मध्य एवं वार्षिक मूल्यांकन 15 से 28 फरवरी और 10 से 20 मार्च के बीच किया जाएगा। परीक्षाफल का निर्धारण अर्धवार्षिक एवं वार्षिक परीक्षा में प्राप्त अंकों के आधार पर किया जाएगा। 'हमारा घर-हमारा विद्यालय' अंतर्गत शिक्षक विद्यार्थियों के सह-शैक्षिक एवं व्यक्तिगत सामाजिक गुणों का मूल्यांकन कर ग्रेड का निर्धारण करेंगे। इन परीक्षाओं का संचालन करते हुए कोविड-19 संक्रमण से बचाव के नियत सुरक्षा मापदंडों और गाइडलाइन का पालन किया जाएगा।
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