नतीजों का इंतजार: कहीं उत्साह तो कहीं कार्यवाही की लटकी तलवार

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नतीजों का इंतजार: कहीं उत्साह तो कहीं कार्यवाही की लटकी तलवार



नतीजों का इंतजार: कहीं उत्साह तो कहीं कार्यवाही की लटकी तलवार 


(सुधांशू द्विवेदी)भोपाल। 

मध्यप्रदेश की 28 विधानसभा सीटों के चुनाव परिणाम कल 10 नवंबर को घोषित होंगे। चुनाव परिणामों को लेकर भारतीय जनता पार्टी में उत्साह का माहौल है. पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष विष्णुदत्त शर्मा, पार्टी नेता डॉ दीपक विजयवर्गीय और राजो मालवीय ने सभी 28 सीटें जीतने का दावा किया है. चुनाव में जीत मिलने की बात तो कांग्रेसी भी कर रहे हैं. लेकिन चुनाव नतीजों की घड़ी करीब आते ही खासकर मध्यप्रदेश कांग्रेस में बढ़ी बेचैनी, सोनिया गांधी द्वारा प्रदेश कांग्रेस प्रभारी मुकुल वासनिक को खास निर्देश देने और मध्य प्रदेश कांग्रेस का सबसे विवादित और बदनाम चेहरा दिग्विजय सिंह के मतगणना दिवस की पूर्व संध्या पर दिल्ली पहुंचने से यह साफ हो गया है कि कांग्रेस को मध्यप्रदेश में सरकार बनाने के लिए आवश्यक संख्या में सीटें न मिल पाने की स्थिति में कमलनाथ, दिग्विजय सिंह, सज्जन सिंह वर्मा और चंद्र प्रभाष शेखर जैसे उबाऊ चेहरों पर बड़ी गाज गिरने वाली है. इनके सहित इनके समर्थकों को पूरी ताकत का उपयोग करके कांग्रेस पार्टी के अंदर ठिकाने लगाया जायेगा। पूरी स्क्रिप्ट तैयार है, सिर्फ चुनाव नतीजों का इंतजार है. क्यों कि कमलनाथ की आइटम वाली बयान बाजी और कमलनाथ द्वारा राहुल गांधी को खुला चेलेंज दिए जाने से सोनिया गांधी और प्रियंका गांधी भी अत्यधिक नाराज हैं. अब जब राहुल, सोनिया और प्रियंका को ही कमलनाथ- दिग्विजय कांग्रेस में स्वीकार्य नहीं हैं तो इसमें वह कांग्रेसी क्या कर सकते हैं जो अपनी पूरी ताकत लगाकर भी 10 वोट इकट्ठा करने की हैसियत नहीं रखते। सिर्फ इतना ही नहीं दिग्विजय की राज्यसभा सदस्यता भी खतरे में पड़ सकती है, जो दिग्विजय ने बड़े खुराफात से हासिल की थी.

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