मजिस्ट्रेट जांच में दोषी पाया गया मड़वास हायर सेकंडरी स्कूल का बाबू,कार्रवाई के लिए एसडीएम ने भेजा अनुशंसा पत्र

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मजिस्ट्रेट जांच में दोषी पाया गया मड़वास हायर सेकंडरी स्कूल का बाबू,कार्रवाई के लिए एसडीएम ने भेजा अनुशंसा पत्र



मजिस्ट्रेट जांच में दोषी पाया गया मड़वास हायर सेकंडरी स्कूल का बाबू,कार्रवाई के लिए एसडीएम ने भेजा अनुशंसा पत्र




 सीधी ।
मड़वास हायर सेकेंडरी स्कूल का बाबू अर्जुन सिंह मजिस्ट्रेट जांच में दोषी पाया गया है जहां मझौली एसडीएम आनंद सिंह राजावत के द्वारा कार्रवाई के लिए कलेक्टर को अनुशंसा सहित पत्र भेजा गया है।

ये था पूरा मामला

प्रिंसिपल मनमोहन साकेत के द्वारा कलेक्टर को दिए शिकायत के अनुसार शासकीय उच्चतर माध्यमिक विद्यालय मड़वास के नए भवन में स्कूल में पदस्थ बाबू अर्जुन सिंह के द्वारा शराब पीकर लड़कियों को लाकर रंगरेलियां मनाई जा रही थी। प्रिंसिपल की शिकायत की मानें तो पूरा मामला तब उजागर हुआ था जब अगस्त महीने में अर्धरात्रि 3 से 4 बजे के लगभग स्कूल में पदस्थ चौकीदार हरिनाम केवट स्कूल भवन का राउंड लगाने के लिए जा रहा था उस दरमियान लेडीस चप्पल कमरे के बाहर दिखाई दी , मामले को जानने के लिए चौकीदार जब बाबू के कमरे के नजदीक गया तो वहां देखा कि दो लड़कियां अंदर कमरे में सोई हुई थीं। चौकीदार ने बताया कि उस दरमियान हम अपनी पत्नी को अंदर देखने के लिए भी भेजे थे जिसमें 2 लड़कियां अंदर सो रही थीं, इसके बाद कमरे के बाहर ताला मारकर आ गया था। स्कूल के चौकीदार ने यह भी आरोप लगाया कि मेरे द्वारा प्रिंसिपल को शिकायत करने पर शराब के नशे में बाबू अर्जुन सिंह घर में घुसकर मेरी लड़कियों से बदतमीजी करने की कोशिश की थी जिससे हमारी लड़कियों ने घर का दरवाजा अंदर से बंदकर लिया था। 
इस पूरे मामले को लेकर चौकीदार हरि नाम केवट ने प्रिंसिपल को लिखित शिकायत की थी जिसके बाद प्रिंसिपल मनमोहन साकेत कलेक्टर को लिखित शिकायत की गई थी।

जांच में दोषी पाया गया है बाबू

स्कूल के प्रिंसिपल मनमोहन साकेत के द्वारा कलेक्टर को दिए शिकायत के बाद सीधी कलेक्टर रवीन्द्र चौधरी ने कार्यपालिक मजिस्ट्रेट को जांच के आदेश दिए थे जहां जांच के दौरान बिना उच्च अधिकारियों के परमिशन के बगैर रात्रि कालीन में महिलाओं को रखने का दोषी पाया गया है, वहीं स्कूल का  चौकीदार उक्त बाबू के साथ मिलकर शराब पीने का दोषी पाया गया है। इस पूरी साजिशकर्ता में एक शिक्षक भी दोषी पाया गया है। जिसके लिए मझौली एसडीएम आनंद सिंह राजावत ने अनुशंसा सहित कलेक्टर को कार्रवाई के लिए पत्र भेजा है।

इनका कहना है

इस मामले की कार्यपालिक मजिस्ट्रेट के द्वारा जांच कराई थी जो उक्त प्रकरण को कार्रवाई करने के लिए कार्यपालिक मजिस्ट्रेट के अनुशंसा सहित कलेक्टर को प्रेषित कर दिया गया।

आनंद सिंह राजावत
एसडीएम, मझौली

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