बिरसा मुण्डा की जयंती पर कार्यक्रम आयोजित, पूर्व विधायक ने कहा

Ticker

6/recent/ticker-posts

Header Ads Widget

बिरसा मुण्डा की जयंती पर कार्यक्रम आयोजित, पूर्व विधायक ने कहा



बिरसा मुण्डा की जयंती पर कार्यक्रम आयोजित, पूर्व विधायक ने कहा



आदिवासी नायक और स्वतंत्रता संग्राम सेनानी स्वर्गीय श्री बिरसा मुंडा की जयंती के अवसर पर आज स्थानीय शासकीय उत्कृष्ट विद्यालय में कार्यक्रम आयोजित किया गया, जिसमें अतिथि के रूप में श्री अम्बाराम कराड़ा, पूर्व विधायक श्री अरूण भीमावद, श्री शीतल भावसार, श्री गोविन्द नायक, अपर कलेक्टर श्रीमती मंजूषा विक्रांत राय, अनुविभागीय अधिकारी श्री एस.एल. सोलंकी, डिप्टी कलेक्टर सुश्री प्रियंका वर्मा, नागपालिका सीएमओ श्री भूपेन्द्र दीक्षित, उत्कृष्ट विद्यालय प्रचार्य श्री के.के. अवस्थी सहित विभिन्न विभागों के अधिकारीगण एवं आमजन सहित जनप्रतिनिधिगण उपस्थित थे।

     इस अवसर पर श्री कराड़ा ने संबोधित करते हुए कहा कि 15 नवंबर 1875 में जन्म लेने वाले बिरसा मुंडा के संघर्ष की कहानी से संघर्ष की प्रेरणा मिलती है। उन्होंने कहा कि 1857 की क्रांति में अंग्रेजों को इस देश से भगा देने का एक बड़ा आंदोलन देश के अंदर खड़ा हुआ था। दुर्भाग्य से वह क्रांति हमारी सफल नहीं हुई। उसके बाद अंग्रेजों का एक दमन चक्र बहुत तेज गति से चला था। उसी कालखंड के अंदर 15 नवंबर 1875 के दिन बिरसा मुंडा का जन्म हुआ। एक अभावग्रस्त क्षैत्र में बिरसा मुंडा ने जन्म लिया, जहां अशिक्षा का वातारण था और तमाम प्रकार के अभाव थे। इन सबके बीच देवीय शक्तियों को प्राप्त कर महापुरूष ने जन्म लिया। बड़े होने पर उन्होंने मात्र भूमि की रक्षा के लिए सब कुछ निछावर कर दिया। उस दौर में जनजातीय समाज के अंदर जो शिक्षा का अभाव था, तमाम प्रकार के अंधविश्वासों के बीच उनका जीवन चलता था। इन सबके बीच उनके अंदर मातृभूमि की रक्षा के लिए प्रेरणा जाग्रत हुई, 25 साल की कम आयु के अंदर बिरसा मुंडा ने जो चेतना जगाने का कार्य किया वह अद्धभुत है। उन्होने कहा कि बिरसा मुंडा ने हमें यह प्रेरणा दी है कि चाहे चुनौतिया कितनी भी बड़ी और चाहे अंधकार कितना ही घनघोर हो, यदि संकल्प हमारे मन में हैं और हम प्रयत्न करते हैं तो क्रांति का हम बीजारोपण कर सकते हैं।

पूर्व विधायक श्री भीमावद ने संबोधित करते हुए कहा कि बिरसा मुंडा बाल्यकाल से ही प्रतिभावान थे। उन्होंने आदिवासी समाज को उंचा उठाने का काम किया। उन्होंने अंग्रेजों के सामने कभी घुटने नहीं टेके। ऐसे राष्ट्रभक्त को हम विवेकांनद और एकलव्य की भी उपाधि दे सकते हैं। मध्यप्रदेश की शिवराज सरकार ने आदिवासी वर्ग के जनकल्याण के लिए आर्थिक एवं शिक्षा के स्तर को उंचा उठाने की विशेष भूमिका निभाई है। इस अवसर पर अपर कलेक्टर श्रीमती राय एवं डिप्टी कलेक्टर सुश्री वर्मा ने भी संबोधित किया। इसके पूर्व कार्यक्रम का शुभारंभ श्री कराड़ा एवं पूर्व विधायक श्री भीमावद ने बिरसा मुंडा के चित्र पर माल्यार्पण एवं दीप प्रज्वलित कर किया। कार्यक्रम का संचालन शिक्षक श्री हेमंत दुबे ने किया और आभार अनुविभागीय अधिकारी श्री सोलंकी ने माना।

एक टिप्पणी भेजें

0 टिप्पणियाँ