स्मार्ट सिटी रोड का नाम होगा "सुंदरलाल पटवा" मार्ग -मुख्यमंत्री
विकास और सौन्दर्यीकरण की योजनाओं के क्रियान्वयन से किसी का न छिने रोजगार
मुख्यमंत्री श्री चौहान ने स्मार्ट सिटी डेवलपमेन्ट कार्पोरेशन की बैठक ली
स्मार्ट सिटी को पुराने भोपाल से जोड़ने वाली पालिटेक्निक चौराहे से भारत माता चौराहे तक बनायी जा रही स्मार्ट रोड प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री स्वर्गीय श्री सुन्दरलाल पटवा रोड के नाम से जानी जायेगी। मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान ने यह निर्देश मंत्रालय में सम्पन्न भोपाल स्मार्ट सिटी डेवलपमेंट कार्पोरेशन लिमिटेड की बैठक में दिए। उल्लेखनीय है कि आज पूर्व मुख्यमंत्री स्व. श्री पटवा का जन्मदिवस है। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने स्व. श्री पटवा की प्रतिमा स्थापित करने के निर्देश भी दिये।
मुख्यमंत्री श्री चौहान ने स्मार्ट सिटी परियोजनाओं के अगले तीन माह और 6 माहों में पूर्ण होने वाले विकास कार्यों में प्रगति की समीक्षा की। बैठक में मुख्य सचिव श्री इकबाल सिंह बैंस, प्रमुख सचिव नगरीय प्रशासन श्री नीतेश व्यास सहित अन्य विभागीय अधिकारी मौजूद थे।
मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि शहर विकास और सौंदर्यीकरण की सभी योजनाओं के क्रियान्वयन में किसी भी व्यक्ति का रोजगार का जरिया खत्म नहीं होना चाहिये। जो भी गुमटी या दुकानें विस्थापित की जायें उन्हें ऐसे स्थानों पर स्थापित किया जाये जहां वे उपयोगी रहे। लोगों को रोजी-रोटी का संकट पैदा नहीं होना चाहिये। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि शहर विकसित होते जायेंगे। आबादी बढ़ेगी। अत: परियोजनाओं में गरीबों के लिये नये आवासों की जरूरत, गरीब व्यक्तियों के लिये उचित स्थान पर गुमटी और दुकानों की जरूरत का आंकलन कर योजनायें बनायी जानी चाहिये। स्मार्ट सिटी परियोजना के बड़े प्रोजेक्ट प्राथमिकता के आधार पर पूरे किये जायें तथा प्रगति की मॉनीटरिंग सतत होती रहे। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा भोपाल राजधानी एक विशेष स्वरूप में दिखें। इस संबंध में वरिष्ठ अधिकारी नवाचार के साथ परियोजनाओं को विचार कर लागू करायें।
मुख्यमंत्री श्री चौहान ने निर्देश दिये कि नगर निगम और अन्य संबंधित विभाग, संस्थाओं और जनसहयोग से भोपाल सहित पूरे प्रदेश में स्वच्छता अभियान प्रारम्भ किया जाये। स्वच्छता के प्रति व्यापक जनजागृति लायी जाये। उन्होंने कहा कि पहले भी स्वच्छता अभियान चला था और प्रदेश को देश में स्वच्छता अभियान के लिये पुरस्कार मिले थे। इन्दौर तो अभी भी स्वच्छता में उत्कृष्ट है। स्वच्छता के लिए जुनून पैदा किया जाये। भोपाल राजधानी है। यहां तो उत्कृष्ट स्तर की स्वच्छता होनी ही चाहिए।
मुख्यमंत्री श्री चौहान ने रानी पद्मावती स्मारक स्थापित करने और उनकी प्रतिमा लगाये जाने के लिये कहा। स्मारक में रानी के त्याग और बलिदान की गाथा का उल्लेख भी हो। मुख्यमंत्री ने प्रदेश के सभी शहरों के मास्टर प्लान को अद्यतन रखने के निर्देश दिये। उन्होंने कहा कि भोपाल शहर के विभिन्न स्थानों पर लगाये गये सी.सी.टी.वी. कैमरे चालू रहे और शहर की सड़कें गड्डे मुक्त रहे।
बैठक में बताया गया कि भोपाल की स्मार्ट सिटी परियोजना 3440 करोड़ रूपये की है। अगले तीन माह में 18 करोड़ रूपये की लागत से माता मंदिर चौराहा से अपेक्स बैंक चौराहा तक बन रही न्यू मार्केट रोड पूरी हो जायेगी। आठ करोड़ का स्मार्ट पार्क, 45 करोड़ की वोलेवार्ड स्ट्रीट सहित अन्य परियोजनायें भी पूरी होगी। अगले 6 माहों में 187 करोड़ के शासकीय आवास चरण एक, 196 करोड़ लागत का महालक्ष्मी परिसर, 19 करोड़ का आर्च ब्रिज, 15 करोड़ से सदर मंजिल संरक्षण परियोजना पूरी होगी।
मुख्यमंत्री श्री चौहान ने दशहरा मैदान ले-आउट प्लान जो कि 26 करोड़ रूपये का है, की समीक्षा कर जानकारी ली। उन्होंने कहा कि दशहरा मैदान को बहुउद्देशीय स्वरूप में विकसित किया जाये, जिससे मैदान में मेला, प्रदर्शनी, जनसभाओं का आयोजन हो सके। शहर के बीच ऐसा मैदान होना चाहिये। बैठक में बताया गया कि मैदान के विकास के अंतर्गत मैदान एरिया 10 एकड़ से बढ़ाकर 14 एकड़ किया जा रहा है तथा 300 गाड़ियों की अण्डर ग्राउण्ड पार्किंग का प्रावधान भी है।
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