हिंदी व्याकरण: जानिए हिंदी भाषा का इतिहास एवं परिचय
हिंदी विश्व की लगभग 3000 भाषाओं में से है. यह भारत की बहुसंख्यक लोगों की भाषा है। इसका प्रारंभ है 1000 ई.पू. में हुआ. हिंदी यूरोपीय परिवार की भाषा है इसकी आदि जननी संस्कृत है. इस भाषा का जन्म वैदिक संस्कृत से हुआ है. हिंदी विश्व में चीनी एवं अंग्रेजी के बाद तीसरे नंबर की सबसे बड़ी भाषा है। यह भारत की राजभाषा के रूप में सरकारी कामकाज की भाषा है तथा बहुसंख्यक लोगों की भाषा के रूप में भारत की राष्ट्रभाषा है ।
हिंदी भारत की राष्ट्रभाषा 1965 से है 14 सितंबर 1949 को भारतीय संविधान में हिंदी को भी संघ की राजभाषा के रूप में स्वीकार किया संविधान के अनुच्छेद- 343 के अनुसार संघ की राजभाषा हिंदी और लिपि देवनागरी है।
हिंदी भाषा का क्रम:-
हिंदी की वैदिक संस्कृत से आधुनिक युग की भारतीय भाषाओं तक आने में 4 चरणों से होकर गुजरना पड़ा है जो निम्न है :-
(1) वैदिक संस्कृत 500 ईसवी पूर्व से 800 ईसवी पूर्व तक जिसमें चार वेदों की रचना की हुई है।
(2) लौकिक संस्कृत 800 ईसवी पूर्व जिसमें रामायण ,महाभारत आदि महाकाव्य लिखे गए हैं।
(3) पाली और प्राकृत लौकिक संस्कृति का परिवर्तित रूप है इसमें बौद्ध साहित्य लिखा गया है ।
(4) अपभ्रंश प्रकृत का परिवर्तित रूप देश में उस समय गैर सेवी, मराठी, महाराष्ट्र आज कई रुप प्रचलित थे।
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