कट्टरपंथियों पर रासुका लगा कर भेजा गया जेल
लखनऊ. कानपुर में मामूली से विवाद में कट्टरपंथियों के पिछड़ी जाति के परिवार पर हमले के मामले में योगी आदित्यनाथ सरकार ने 24 घंटे से भी कम समय में बड़ी कार्रवाई की है। सीएम योगी आदित्यनाथ के इस मामले में तत्काल एक्शन के निर्देश के बाद कानपुर पुलिस ने तेज कार्रवाई करने के साथ ही तीन आरोपितों को गिरफ्तार करने में सफलता प्राप्त की है। इनके साथ ही अन्य फरार सभी आरोपितों पर रासुका के तहत कार्रवाई की जा रही है।
कानपुर में कट्टरपंथियों के हमले में निषाद परिवार के एक सदस्य की मृत्यु पर सीएम योगी आदित्यनाथ ने शोक जताने के साथ पीड़ित परिवार को पांच लाख रुपये की आर्थिक मदद की घोषणा भी की है। मुख्यमंत्री ने आला अफसरों को यह भी निर्देश दिया है कि यदि स्थानीय पुलिस, प्रशासन के स्तर पर किसी प्रकार की ढिलाई हुई है तो उनके खिलाफ भी तत्काल प्रभावी कार्रवाई की जाए।
कानपुर के चकेरी थाना क्षेत्र में रविवार रात मामूली विवाद को लेकर कट्टरपंथियों ने पिछड़ों पर कहर ढाया। पानी के छींटे को लेकर जबरन विवाद पर उतारू आरोपियों ने निषाद परिवार के एक सदस्य की हत्या कर दी। बड़ी संख्या में जुटे उपद्रवियों की साजिश कानपुर समेत पूरे प्रदेश को सांप्रदायिक दंगों की आग में झोंकने की थी। तत्काल कार्रवाई करते हुए योगी सरकार ने कुछ घंटों के भीतर यहां पर एकत्र बड़ी संख्या में सभी उपद्रवियों के मंसूबों पर पानी फेर दिया.
योगी आदित्यनाथ सरकार ने इस मामले में बड़ी कार्रवाई करते हुए सभी आरोपियों के खिलाफ रासुका के तहत मुकदमा दर्ज किया है। कानपुर पुलिस ने इस मामले में सरफराज आलम पुत्र जाहिद हुसैन, मोहसिन पुत्र अब्दुल कलाम,मेराज पुत्र अनवर आलम को गिरफ्तार किया है। पुलिस गिरफ्तार आरोपियों से पूछताछ के आधार पर मामले में शामिल अन्य आरोपियों को पकड़ने के लिए कानपुर और आसपास के इलाकों में छापेमारी कर रही है। हत्या और मारपीट में शामिल तीन आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है। कई संदिग्धों को हिरासत में लेकर पूछताछ जारी है। अब भी फरार आरोपियों की तलाश में छापेमारी जारी है। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने पुलिस को उपद्रवियों को गिरफ्तार कर ऐसी सख्त कार्रवाई के निर्देश दिए, जो कि भविष्य के लिए मिसाल हो।
गौरतलब है कि रविवार रात कानपुर के जाजमऊ इलाके के वाजिदपुर में रविवार की देर रात त्योहार का माहौल उस वक्त हिंसा और मारपीट में तब्दील हो गया, जब पानी के छींटे पड़ने के मामूली विवाद को कुछ कट्टरपंथियों ने सांप्रदायिक टकराव का रूप दे दिया। प्रत्यक्षदर्शियों के मुताबिक, टेनरीकर्मी राम निषाद का बेटा पिंटू चप्पल बनाने का काम करता था। रविवार की रात पिंटू अपने बड़े भाई के संदीप के साथ जा रहा था। इस दौरान पानी के छींटे पड़ने को लेकर गुमटी के पास खड़े अमान और उसके साथियों से मामूली कहासुनी के बाद मामला शांत हो गया।
कुछ देर बाद ही अमान अपने साथ दर्जनों की संख्या में उपद्रवियों को लेकर पहुंचा और ईंट, पत्थर और रॉड से पिंटू और उसके परिवार पर हमला बोल दिया। इस दौरान दूसरे पक्ष के लोगों ने भी जुटकर विरोध करने की कोशिश की, लेकिन हिंसा पर उतारू कट्टरपंथियों ने पिंटू पर जबरदस्त तरीके से हमला कर घायल कर दिया। पिंटू को अस्पताल ले जाया गया, जहां उसकी मौत हो गई।
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