सीधी: जिला शिक्षा अधिकारी के आश्वासन पर समाप्त हुआ अतिथि शिक्षकों का आंदोलन

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सीधी: जिला शिक्षा अधिकारी के आश्वासन पर समाप्त हुआ अतिथि शिक्षकों का आंदोलन



सीधी: जिला शिक्षा अधिकारी के आश्वासन पर समाप्त हुआ अतिथि शिक्षकों का आंदोलन


 सीधी।   
अतिथि शिक्षकों द्वारा अपने मानदेय नियुक्ति वरिष्ठ कार्यालय के आदेश के सम्मान के लिए प्रस्तावित आमरण अनशन व धरना प्रदर्शन का आयोजन कल सोमवार की सुबह 10 बजे से शुरू किया जिस पर उन्होंने जिला शिक्षा अधिकारी को दोपहर 3 बजे तक सभी मांगों का निराकरण करने के लिए अल्टीमेट दिया था। 
अतिथि शिक्षकों ने वीथिका भवन में अपने दर्द, पीड़ा को व्यक्त किया। लगभग दोपहर 2 बजे के करीब जिला शिक्षा अधिकारी नवल सिंह, सहायक संचालक राधेश्याम तिवारी प्रतिनिधिमंडल के साथ विथिका भवन में पहुंचे। अतिथि शिक्षकों से आंदोलन समाप्त करने का अनुरोध किया उन्होंने कहा कि अभी बजट उपलब्ध ना होने के कारण अतिथि शिक्षकों का मानदेय भुगतान नहीं हो पा रहा है हमने आयुक्त से ऑनलाइन व ऑफलाइन रखे गए अतिथि शिक्षकों के लिए बजट की मांग किया है। आप हमें 15 दिन का समय दीजिए, हम आपको 15 दिन में मानदेय भुगतान कर आपके समस्त मांगों का निराकरण कर देंगे। 
अतिथि शिक्षक संघ की ओर से नोखेलाल तिवारी ने इस इस बात पर जोर देते हुए कि जो प्राचार्य व प्रधानाध्यापक अतिथि शिक्षकों की नियुक्ति में भर्रेशाही करते हैं अतिथि शिक्षकों की नियुक्ति के बाद उनका पे-डाटा भेजने में लेटलतीफी करते हैं उनके ऊपर सतत कार्यवाही होने चाहिए। जिला उपाध्यक्ष शशांक द्विवेदी ने कहा कि कई प्राचार्य ने अतिथि शिक्षक पद पर नियुक्ति किसी और की और मानदेय किसी और अतिथि शिक्षक का निकाल दिया गया है ऐसे प्राचार्यो  के ऊपर भी कार्यवाही होनी चाहिये।
 जिला अध्यक्ष रवि कांत गुप्ता ने जिला शिक्षा अधिकारी से कहा है कि यदि अतिथि शिक्षकों की समस्त मांगों का निराकरण 8 दिसंबर के पहले नहीं होता तो अतिथि शिक्षक पुनः 10 दिसंबर से अन्न जल त्याग कर आमरण अनशन में बैठ जाएंगे। उन्होंने कहा कि आतिथि शिक्षक अपने मानदेय के लिए ही नहीं बल्कि वरिष्ठ कार्यालय के आदेशों के सम्मान के लिए भी लड़ाई लड़ रहे हैं क्योंकि अतिथि शिक्षकों के पक्ष में वरिष्ठ कार्यालय ने दर्जनों आदेश किए लेकिन कोई भी प्राचार्य व प्रधानाध्यापक ने उसे पालन करना जरूरी नहीं समझा जिससे अतिथि शिक्षकों के मन में वरिष्ठ कार्यालय के प्रति असंतोष का भाव व्याप्त हो रहा है। ऐसे प्राचार्य प्रधानाध्यापक के ऊपर ऐसी कार्रवाई होनी चाहिए  जिससे वरिष्ठ कार्यालय का भय  बना रहे तथा वरिष्ठ कार्यालय का सम्मान भी बना रहे। 
धरना प्रदर्शन में मुख्य रूप से राजेश पटेल, अनिल गुप्ता, राकेश कुमार मिश्रा, विनोद पांडे, सुशील कुमार यादव, रविंद्र सिंह सहित अन्य अतिथि शिक्षक शामिल रहे।

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