सीधी: 2000 से अधिक गर्भवती महिलाओं को चढ़ाया गया आयरन सुक्रोज

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सीधी: 2000 से अधिक गर्भवती महिलाओं को चढ़ाया गया आयरन सुक्रोज



2000 से अधिक गर्भवती महिलाओं को चढ़ाया गया आयरन सुक्रोज



  कलेक्टर  रवीन्द्र कुमार चौधरी के निर्देशन एवं मार्गदर्शन में जिले के अंतर्गत गर्भवती महिलाओं को रक्ताल्पता से बचाने एवं जच्चा बच्चा को सुरक्षित करने के लिए शुरू किए गए अभियान का मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. बी. एल. मिश्रा के नेतृत्व में सफल संचालन कराया जा रहा है। डॉ. मिश्रा ने जानकारी दी कि आज 21 नवंबर को पूर्व से नियोजित अभियान में चिन्हित एनेमिक गर्भवती महिलाओं को 6 सीएचसी, 25 पीएचसी, 23 हेल्थ एंड वैलनेस सेंटर पर आयरन सुक्रोज चढ़ाया गया। इस अभियान में आज 2500 गर्भवती महिलाओं को लाभान्वित किये जाने का लक्ष्य निर्धारित किया गया था। प्राप्त जानकारी अनुसार शाम को 5 बजे तक 2000 से अधिक हितग्राहियों को आयरन सुक्रोज चढ़ाया गया है। 

  मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. मिश्रा ने बताया कि मैदानी स्तर के सभी कर्मचारी के द्वारा अपने क्षेत्र से चिन्हित खून की कमी वाली गर्भवती महिलाओं को इस अभियान का लाभ दिलवाने के लिए सराहनीय प्रयास किया गया है। गर्भवती माताएं जिन्हें खून की कमी के कारण बहुत सारी भावी समस्याओं का सामना करना पड़ सकता था और उनके स्वास्थ्य एवं नवजात शिशु को सुरक्षित करने के लिए आवश्यक था कि समय से पूर्व रक्ताल्पता की पूर्ति के लिए उनका चिन्हाकन कर आयरन सुक्रोज लगवाया जाए। जिन गर्भवती महिलाओं को आयरन सुक्रोज चढ़ाया गया है अब इस बात की पुष्टि की जा सकती है कि उनमें खून की कमी क्रमशः दूर हो जाएगी। अब यह अभियान सतत चलाया जाएगा और भविष्य में एनेमिक महिलाओं की लाइन लिस्टिंग तैयार कर आयरन सुक्रोज के माध्यम से रक्ताल्पता की कमी को दूर किया जाएगा। यह जिले में मातृ मृत्यु एवं शिशु मृत्यु को नियंत्रित करने के लिए जिले में नवाचार था इससे पहले कहीं भी अभियान के रूप में आयरन सुक्रोज चढ़ाने का कार्य नहीं किया गया है। मातृ मृत्यु का सबसे बड़ा कारण खून की कमी अर्थात एनीमिया का होना है इसलिए एनीमिया को दूर करना हमारी प्रथम प्राथमिकता है।

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