जानिए सीधी जिले में कब प्रथम चरण में कोविड -19 की लगेगी वैक्सीन, क्या रहेगा नियम
मातृ मृत्यु दर पर पूर्णत: अंकुश लगाने का चल रहा सार्थक प्रयास
सीधी
सोमवार की दोपहर होटल बसंत पैलेस में स्वास्थ्य विभाग द्वारा आयोजित पत्रकार वार्ता में मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी सीधी ने बताया कि सीधी जिले में मातृ मृत्यु दर पर अंकुश लगाने के उद्देश्य से जिले की समस्त गर्भवती महिलाओं को स्वास्थ्य विभाग की देखरेख में आयरन की गोलियॉ खिलाई गईं, साथ ही अगले डोज हेतु परिवारजनों को जानकारी प्रदान की गयी। जिससे उन्हें एनीमिया रोग से मुक्त किया जा सके साथ ही द्वितीय चक्र में उन्हे आयरन सुक्रोज के 3 इंजेक्शन लगाने की भी योजना है। वहीं अक्टूबर माह में 1000 से ज्यादा महिलाओं को आयरन सुक्रोज लगाया जा चुका है साथ ही आशा कार्यकर्ता को पर्याप्त मात्रा में आयरन की गोली व सीरफ महिलाओं व बच्चों के लिए उपलब्ध कराया जाएगा।
*नि:शुल्क बीपी शुगर की होगी जॉच
मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी सीधी ने आगे बताया कि कुपोषण दूर करने हेतु समस्त कुपोषित बच्चों को एनआरसी में भर्ती कराया जाएगा, एमसीडी कार्यक्रम के अंतर्गत 30 वर्ष से अधिक उम्र के लोगों को ब्लड प्रेशर और डायबिटीज परीक्षण किया जाएगा। समाज में 30 वर्ष से अधिक लोगों को मालूम होना चाहिए कि उन्हें बीपी व शुगर है या नहीं ताकि बीमारी का समय से इलाज किया जा सके।
*तंबाकू मुक्त जिला बनाने का है सपना
सीएमएचओ ने बताया कि वर्तमान में तंबाकू के चलते कई प्रकार की भयानक बीमारियॉ सामने आ रही हैं आवश्यकता है कि हम सब मिलकर सीधी को तंबाकू मुक्त बनाने मे सहयोग प्रदान करें। जिसके लिये युवकों और छात्रों को जागरूक करने की आवश्यकता है। सीओटीपीए अधिनियम 2003 का कलेक्टर रवीन्द्र चौधरी की अध्यक्षता में समिति बनी है, इसका प्रभावशाली क्रियान्वयन जल्द ही किया जाएगा ताकि सीधी जिले को तंबाकू मुक्त बनाया जा सके। हमें यह संकल्प लेना होगा कि हम ना तो खुद तंबाकू का सेवन करेंगे और मेहमानों को भी नहीं खिलाएंगे।
जिले को स्वास्थय विभाग की सौगात:-
सीएमएचओ सीधी ने बताया कि जिले मे वेहतर स्वास्थ्य सुविधा देने का सपना धीरे धीरे साकार होने जा रहा है। हर स्तर पर लगातार सुधार एवं आवश्यकता अनुसार परिर्वतन कर एक माड्ल के रूप मे सीधी को प्रस्तुत करने का प्रयास किया जा रहा है। जिसके तहत शीघ्र ही शासकीय स्वास्थ्य केन्द्र कुसमी नवीन भवन में प्रारंभ होगा। वहीं कमर्जी व बहरी हेतु नवीन भवन निर्माणा कार्य प्रगति में जल्द ही जिलेवासियों को सौगात के रूप मे भेंट किया जायेगा। जिला अस्पताल में दो सर्जन एक नाक कान गला विशेषज्ञ, एक अस्थि रोग विशेषज्ञ, 3 चिकित्सक मझौली, कुसमी, बहरी में, 1-1 व चुरहट में तीन चिकित्सकों की पदस्थापना की जा चुकी है।
एचआईव्ही मरीजों को बड़ी राहत:-
सीएमएचओ ने बताया कि जिले में 357 एचआईव्ही पॉजिटिव मरीज हैं, जिन्हें इलाज हेतु प्रतिमाह रीवा जाना पड़ता है। आप जिले में एआरटी केंद्र स्वीकृत हुआ है जिसके चलते जिले में ही सबका इलाज हो सकेगा। उन्होंने बताया कि अब जिले के सभी 38 स्वास्थ्य केंद्रों में एचआईव्ही का परीक्षण होगा, सभी स्टाफ को प्रशिक्षण दिया जा चुका है। सभी एचआईव्ही पॉजिटिव को राष्ट्रीय खाद्य सुरक्षा अधिनियम 2013 व मुख्यमंत्री अन्नपूर्णा योजना के अंतर्गत लाभ दिया जाता है।
अब तक कि कार्यवाही
इस वर्ष मलेरिया व क्षय रोग नियंत्रण हेतु रोगियों को नि:शुल्क जांच व इलाज किया जा रहा है। कोविड.19 नियंत्रण अंतर्गत अब तक 36279 सेंपल लिए गए हैं। अब तक 1378 कोविड पॉजटिव आये हैं व एक्टिव केस की संख्या 107 वर्तमान में है। वर्तमान मे 98 लोग होम आइसोलेशन में है व 1261 रोगी कोविड.19 से रोग से मुक्त हो चुके हैं। वहीं अब तक कुल 10 रोगियों की मौत हो चुकी है। जिले में संक्रमण प्रतिशत 3.9 प्रतिशत है। वहीं रिकवरी रेट इन 91.50 प्रतिशत है व मृत्यु दर 0.72 प्रतिशत है। वर्तमान में कोविड़ रोगियों की स्कैनिंग हेतु 10 फीवर क्लीनिक चल रहे हैं, जहां रोग की जांच होती है। होम आइसोलेशन के रोगियों की निगरानी हेतु जिला कोविड. कंट्रोल व कमांड केन्द्र कि स्थापना हुई है। कोविड 19 नियंत्रण हेतु भारत शासन देशवासियों को वैक्सीन लगाने की तैयारी कर रहा है। प्रथम चरण में जनवरी फरवरी में जिले के 6000 से अधिक स्वास्थ्य कर्मीयों को टीका लगाया जायेगा, जिसकी जानकारी संचालनालय को भेज दी गई है।
0 टिप्पणियाँ