What is the criteria to take a writer in mp 2020 and what is the rule ?
लेखक वही बत्ती होता है जो हमेशा कोई अच्छी पुस्तकें या साहित्यिक किताबें पड़ता है आपने देखा होगा कि न्यूज़पेपर में कभी-कभी कुछ लेख आती हैं, वे लेखक होते हैं उन्हें साहित्यिक ज्ञान होता है, वे लगभग 50 किताबों को अध्ययन करते हैं, लेखक बनने के लिये आपको चाहे मध्यप्रदेश हो या कोई अन्य राज्य सभी के लिए एक ही नियम है, आप हिंदी सहित्य से MA कर सकते हैं, और हिंदी में ही पीएचडी की उपाधि ले सकते हैं। लेखक बनना कोई आसान नहीं है, आप अगर किसी साहित्यिक भाषा या किताब को पढ़ना जानते और समझते हैं, तो आप प्रतिदिन कोई किसी लेखक की लिखी हुई किताब को पढ़ें, इससे आपको किताबी ज्ञान होगा।
यदि आप लेखक बनना चाहते हैं, तब तो शायद आपको सम्पूर्ण कथेतर कार्य या उपन्यास प्रकाशित करवा कर शुरुआत करनी होगी। प्रथम कार्य के रूप में निबंधों या कथाओं का संग्रह बेचना कठिन होगा। इसके साथ ही यह भी कहना पड़ेगा कि एकदम से उपन्यास या सम्पूर्ण कथेतर कार्य कर देना कठिन होगा। अतः, यदि आपकी रुचि कल्पनात्मक साहित्य में है, तो शैली की समझ के लिए पहले कदम के तौर पर कुछ छोटी छोटी कहानियाँ लिख डालिए। और यदि आपकी अभिरुचि कथेतर साहित्य में है तो सम्पूर्ण कार्य में कूद पड़ने से पहले, कुछ छोटे छोटे निबंध लिखिए।
इसका अर्थ यह नहीं है कि कहानियाँ किसी भी प्रकार से उपन्यासों से निम्न स्तर की होती हैं। वर्ष 2013 के साहित्य के नोबल पुरस्कार विजेता एलिस मुनरो ने अपने सम्पूर्ण विख्यात जीवनकाल में एक भी उपन्यास प्रकाशित नहीं किया। परंतु तब भी यह कहना ही होगा कि आज कल केवल कहानियाँ लिख कर ख्याति प्राप्त करना कठिन है।
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