फिर डॉ. आरएल वर्मा होंगे जिले के सीएमएचओ,हाईकोर्ट ने पुनः दिया स्टे, राज्य सरकार से मांगा जवाब
सीधी।
हाई कोर्ट के द्वारा एक बार फिर से डॉ. आरएल वर्मा को स्टे देकर पुनः सीधी के सीएमएचओ की कमान देने को आदेशित किया गया है। जबलपुर उच्च न्यायालय के द्वारा 21 मई 2020 के आर्डर को पुनः स्टे दिया है।
उल्लेखनीय है कि शासन सत्ता बदलने के बाद कोरोना काल में ही जिले के 2 बड़े अधिकारियों का फेरबदल किया गया था बीजेपी की सरकार बनते ही सिविल सर्जन डॉ. एसबी खरे तथा सीएमएचओ डॉ. आरएल वर्मा को हटा दिया गया था। जहां डॉक्टर आरएल वर्मा हाई कोर्ट पहुंच गए थे। जहां कोर्ट ने इस तर्क पर पुनः स्टे दिया है कि जिले के सबसे सीनियर और डीएचयू को ही सीएमएचओ का प्रभार दिया जा सकता है वहीं कोर्ट ने कहा कि डॉ. आरएल वर्मा जिले के सबसे सीनियर अधिकारी हैं इसलिए सीएमएचओ का प्रभार इनको ही मिलना चाहिए।
वहीं कोरोना कॉल में बिना कारण ही जिले के 2 बड़े अधिकारियों को हटाए जाने पर कोर्ट ने राज्य सरकार से दो हफ्ते के अंदर जवाब प्रस्तुत करने को कहा था। जिसमें जवाब प्रस्तुत करने के लिए सरकार ने तीन महीने से ऊपर का वक्त लिया है।
डॉ. वर्मा ने दी सीएमएचओ कार्यालय में आमद
उच्च न्यायालय जबलपुर के आदेश के परिपालन में डॉ. आरएल वर्मा ने मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी सीधी के पद पर अपनी उपस्थिति कलेक्टर एवं मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी कार्यालय में बीते 24 अक्टूबर को दे दी है।
राजनीतिक प्रारंभ
समाचार लिखे जाने तक सूत्रों से प्राप्त जानकारी के मुताबिक शनिवार की शाम तक डॉक्टर वर्मा को सीएमएचओ का प्रभार नहीं मिल सका था। और अब सीएमएचओ की कुर्सी को लेकर पिछली बार भी डॉक्टर वर्मा को मिले स्टे के उपरांत जिस तरह राजनीति का माहौल प्रारंभ हो गया था वही नजारे इस बार भी कोर्ट के आदेश के बावजूद प्रभार मिलने को लेकर वर्तमान सीएमएचओ एवं डॉक्टर वर्मा के बीच लुकाछिपी जैसे देखने को मिल रहे हैं।
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