फार्मासिस्ट ने बनाई कोरोना की फर्जी रिपोर्ट,कलेक्टर ने दिया कार्रवाई का आदेश
सीधी।
एक तरफ कोरोना ने देशभर में कहर मचा कर रखा है जहां आम जनता को बचाने के लिए प्रदेश के मुखिया कुछ न कुछ नई गाइडलाइन निकाल रहे हैं तो वहीं दूसरी तरफ चंद पैसों के लालच में जिला चिकित्सालय में स्थित फीवर क्लीनिक में कुछ ऐसे भी फार्मासिस्ट पदस्थ हैं जो कोरोना की फर्जी रिपोर्ट तैयार कर आम जनता के जिंदगी के साथ खिलवाड़ कर रहे हैं। जहां कोरोना से संक्रमित फर्जी रिपोर्ट तैयार कर दी जा रही है। मामले का खुलासा होने पर हड़कंप मच गया है जहां कलेक्टर ने कार्रवाई का आदेश दिए हैं।
यह है पूरा मामला:-
ऐसा ही एक मामला जिला चिकित्सालय के अंदर स्थित सबसे बड़े फीवर क्लीनिक का उजागर हुआ है जहां कोरोना की फर्जी रिपोर्ट तैयार कर आम जनता की जिंदगी के साथ खिलवाड़ किया जा रहा है। मामला दो हफ्ता पहले का है जहां फीवर क्लीनिक में तैनात डॉक्टर जब जिला चिकित्सालय में भर्ती मरीजों का सेंपलिंग करने गई हुई थीं इसी दौरान डॉक्टर की गैरमौजूदगी का फायदा उठाते हुए फार्मासिस्ट अंबिकेश प्रताप सिंह आया और फीवर क्लिनिक इंचार्ज तथा डॉक्टर के गैरमौजूदगी में अपने हाथों से सील लगाकर 6 लोगों की फर्जी रिपोर्ट तैयार की और पूरी रिपोर्ट फीवर क्लीनिक से बाहर निकल गया। इस पूरे कारनामे को फीवर क्लीनिक के अंदर मौजूद एक अन्य स्वास्थ्य कर्मी देख रहा था, जिसने मामले की जानकारी तत्काल फीवर क्लीनिक इंचार्ज तथा डॉक्टर को दी। जहां डॉक्टर के आते ही फार्मासिस्ट अंबिकेश प्रताप सिंह को बुलाया गया और तैयार की गई फर्जी रिपोर्ट के बारे में जानकारी चाही गई इस दौरान गोल मटोल जवाब मिलने पर फार्मासिस्ट अंबिकेश प्रताप सिंह को फटकार लगाई गई।
इनका कहना है
पूरे मामले की जानकारी हमें आप से प्राप्त हुई है अगर ऐसा था तो मुझे तुरंत जानकारी देना चाहिए था। जिले की जनता की सुरक्षा सर्वप्रथम हमारा जिम्मा है और स्वास्थ्य व्यवस्था को लेकर किसी भी तरह की लापरवाही बर्दाश्त नहीं की जाएगी और फार्मासिस्ट ने फर्जी रिपोर्ट बनाया है तो इस पर कार्रवाई की जाएगी।
रवीद्र चौधरी
कलेक्टर सीधी
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