सीधी:समस्त स्वास्थ्य संस्थाओं में शत-प्रतिशत संस्थागत प्रसव कराने के दिए निर्देश
मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. बी.एल. मिश्रा द्वारा विगत दिवस विकासखंड एवं जिला के अधिकारियों की समीक्षा कर राष्ट्रीय कार्यक्रमों के प्रभावी संचालन के निर्देश दिए गए। मातृ स्वास्थ्य कार्यक्रम के अंतर्गत डॉ. मिश्रा द्वारा समस्त स्वास्थ्य संस्थाओं में शत प्रतिशत संस्थागत प्रसव कराने के निर्देश स्वास्थ्य कार्यकर्ताओं को दिए गए और होम डिलीवरी को कम करने हेतु सेक्टर सुपरवाइजर की जिम्मेदारी सुनिश्चित की गई। साथ ही ए.एन.सी. का शीघ्र पंजीयन कर ए.एन.सी. की सभी जांचें समय पर करने और रक्त की अल्पता वाले केस जिनमें माइल्ड, मॉडरेट, सिवियर स्थिति के आधार पर हाई रिस्क गर्भवती महिलाओं का चिन्हांकन कर उन्हें आयरन सुक्रोज चढ़ाने एवं ब्लड ट्रांसफ्यूजन करने की व्यवस्था करने के निर्देश दिए गए। ऐसे पहुंच विहीन ग्राम जहां नेटवर्क एवं परिवहन की समस्या है उन क्षेत्रों में ई.डी.डी. एक्सपेक्टेड डिलीवरी डेट के अनुसार 1 सप्ताह पूर्व हाई रिस्क गर्भवती महिलाओं को अस्पताल में भर्ती करने के निर्देश दिए गए, ताकि मातृ मृत्यु और शिशु मृत्यु आसानी से रोका जा सके। इसके अलावा इनकी जिम्मेदारी भी सुपरवाइजर एवं मैदानी कार्यकर्ताओं सुनिश्चित की गई। राष्ट्रीय कार्यक्रम में कम उपलब्धि होने पर सेक्टर सुपरवाइजर की जिम्मेदारी तय की जाएगी।
शिशु मृत्यु की समीक्षा करते हुए सी.एम.एच.ओ. ने निर्देशित किया है कि जिस स्तर पर लापरवाही पाई जाएगी उन जिम्मेदार व्यक्तियों पर कठोर कार्रवाई की जाएगी। साथ ही शत-प्रतिशत टीकाकरण के साथ डिलीवरी प्वाइंट पर 0 डोज लगाने की व्यवस्था भी अनिवार्य रूप से करने के निर्देश दिए गए। एन.सी.डी. कार्यक्रम के अंतर्गत 30 वर्ष से ऊपर के व्यक्तियों की शुगर, बीपी, हाइपरटेंशन ,कैंसर की स्क्रीन करके इस संस्था से उच्च संस्था में रेफर कर उपचार दिया जाए एवं उनकी एंट्री भी पोर्टल में करना सुनिश्चित करें। टी.बी. कार्यक्रम के अंतर्गत निश्चय नोटिफिकेशन पखवाड़े के अंतर्गत टी.बी. के मरीजों का उनका समय पर उपचार किया जाए मलेरिया, कुष्ठ, परिवार कल्याण कार्यक्रम अन्य राष्ट्रीय कार्यक्रमों की अनुपातिक शत-प्रतिशत उपलब्धि हेतु स्वास्थ्य कार्यकर्ताओं को निर्देशित किया गया।
0 टिप्पणियाँ