सीधी जिले में कोरोना पहुंचा हजार के पार,प्रशासन की समझाईश के बाद भी किया जा रहा नियम का उल्लंघन

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सीधी जिले में कोरोना पहुंचा हजार के पार,प्रशासन की समझाईश के बाद भी किया जा रहा नियम का उल्लंघन



सीधी जिले में कोरोना पहुंचा हजार के पार,प्रशासन की समझाईश के बाद भी किया जा रहा नियम का उल्लंघन



सीधी

जिले में कोरोना के संक्रमित मरीजों की संख्या एक हजार को पार कर चुकी है। कोरोना के हजारी होनें के बाद भी लोगों की लापरवाही थमती नजर नहीं आ रही है। जिला प्रशासन द्वारा कोरोना से बचाव के लिए महीनों जागरूकता अभियान चलाया गया। साथ ही लापरवाहों पर नजर रखते हुए करीब पांच महीनें तक कार्रवाई भी की गयी। कार्रवाई रुकते ही लोग फिर से स्वेच्छाचारी हो चुके हैं। उनके द्वारा मुुंह में मास्क लगानें तक की जरूरत नहीं समझी जा रही है। सोशल डिस्टेंसिंग की धज्जियां हर जगह उड़ती हुई देखी जा सकती हैं। 
जिला स्वास्थ्य विभाग द्वारा बुधवार की शाम जारी आंकड़ों के अनुसार अब जिले में कोरोना संक्रमित मरीजों की सं या 1005 हो चुकी है। यह संख्या लगातार बढ़ती जा रही है। सर्वाधिक मरीज सीधी शहर एवं आसपास के ग्रामीण क्षेत्रों में मिल रहे हैं। वहीं एक्टिव केसों की संख्या भी दो सैकड़ा के करीब बनी हुई है। कोरोना के बढ़ते संक्रमण को लेकर लोग पूरी तरह से लापरवाह हैं। जिसके चलते कोरोना मरीजों की संख्या भी बढ़ती जा रही है।

*आइसोलेशन वार्ड की खुद हालत गंभीर:-

उधर कोरोना संक्रमित मरीजों को कोविड-19 सेंटर में आईसोलेट करनें के बाद स्वास्थ्य विभाग द्वारा आवश्यक सुविधाओं को मुहैया करानें की जरूरत अब भी नहीं समझी जा रही है। कोविड सेंटर में वरिष्ट डॉक्टर भी राउंड पर रोजाना नहीं आते हैं। जिसके चलते जिन मरीजों की तबियत ज्यादा खराब रहती है उन्हें त्वरित उपचार सुविधा नहीं मिल पाता। कोविड सेंटर में साफ सफाई की व्यवस्था को पूरी तरह से नजरअंदाज किया जा रहा है। ड्यूटी में आनें वाले स्वीपर सही सफाई करनें की बजाय बड़े अधिकारियों के न आनें से औपचारिकता की पूर्ति कर रहे हैं। शौंचालय की स्थिति सबसे ज्यादा खराब है। यहां के ज्यादातर शौंचालय चोक पड़े हुए हैं। कोरोना मरीज मजबूरी में इनका उपयोग करनें के लिए लाचार हैं। कोविड सेंटर में व्यवस्थाओं के लिए भारी बजट आनें के बाद भी इसका लाभ आईसोलेट होनें वाले मरीजों को नहीं मिल रहा है।

*कोरोना के मोर्चे में मुस्तैद कलेक्टर रवीन्द्र कुमार:-

वैश्विक महामारी कोरोना का प्रकोप शुरू होनें के बाद से ही कलेक्टर रवीन्द्र कुमार चौधरी मोर्चा संभाले हुए हैं। उनके द्वारा स्वत: जिले भर में भ्रमण कर लोगों को कोरोना संक्रमण से बचानें के लिए संमझाईश दी गयी है। अन्य माध्यमों से भी लोगों को कोरोना से बचाव के लिए जागरूक करनें लगातार अभियान चलाया गया। फिर भी जनता है कि कोरोना से बचाव के लिए जो आवश्यक सावधानियां हैं उनको अपनानें से दूरी बनाए हुए हैं। कोरोना से बचाव के लिए मुंह में मास्क, सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करना एवं कुछ अंतराल के बाद साबुन या सेनेटाईजर से हांथों की धुलाई करना काफी जरूरी है। प्रशासनिक कड़ाई होनें के दौरान ही लोगों को मुंह में मास्क लगाए देखा जाता है। बाद में मुंह में लगा मास्क जेब में पहुंच जाता है। बिना सामूहिक प्रयास के कोरोना की रफ्तार को रोंकनें में मदद नहीं मिल पा रही है। 


जिले में मिले 18 नए कोरोना संक्रमित

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जिला टीकाकरण अधिकारी डॉ. नागेंद्र बिहारी दुबे द्वारा जानकारी दी गई है बुधवार देर रात में रीवा मेडिकल कॉलेज वायरोलॉजी लैब से प्राप्त रिपोर्ट में 4 पॉजिटिव पाए गए तथा गुरुवार की शाम तक में रैपिड एंटीजन किट द्वारा 139 टेस्ट किए गए जिसमें से फीवर क्लीनिक जिला अस्पताल से 8, रामपुर नैकिन से 4, इस प्रकार से कुल 16 पॉजिटिव केस पाए गए। डॉ. दुबे ने बताया कि कोरोना संक्रमण से 11 लोगों को स्वस्थ होने के बाद डिस्चार्ज किया गया है। अब जिले में कुल 1023 लोग कोरोना से संक्रमित हो चुके हैं। अब तक 817 व्यक्तियों को स्वस्थ होने के बाद डिस्चार्ज किया जा चुका है। अब जिले में कुल एक्टिव केस 198 हो गए हैं।

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