नवम्बर माह से फिर तेजी से बढ़ सकता है कोरोना का संक्रमण, विशेषज्ञ चिकित्सकों ने व्यक्त की आशंका
लोगों को जागरूक करने रोको-टोको अभियान में सख्ती बरतने का दिया सुझाव
कोरोना संक्रमण बढऩे की रफ्तार फिलहाल कम जरुर हुई है लेकिन आज शाम कलेक्टर कार्यालय में आयोजित बैठक में विशेषज्ञ चिकित्सकों एवं शोधकर्ताओं द्वारा नवंबर माह से एक बार फिर इसके तेजी से बढऩे की आशंका व्यक्त की गई है।
जबलपुर कलेक्टर IAS Karmveer Sharma की पहल पर कोरोना संक्रमण की भविष्य में आने वाली चुनौतियों से निपटने की रणनीति पर चर्चा करने आयोजित इस बैठक में आईसीएमआर के डॉ. तापस चकमा, मेडिकल कॉलेज के डीन डॉ. प्रदीप कसार, डॉ. जितेन्द्र जामदार, डॉ. जीतेन्द्र भार्गव, डॉ. ऋषि डाबर, डॉ. शैलेन्द्र राजपूत, मेडिकल अस्पताल के अधीक्षक डॉ. राजेश तिवारी एवं अन्य चिकित्सा विशेषज्ञ तथा अपर कलेक्टर हर्ष दीक्षित मौजूद थे।
बैठक में विशेषज्ञ चिकित्सकों द्वारा कहा गया कि जबलपुर में रोको-टोको अभियान के तहत की जा रही सख्ती और लोगों में आई जागरूकता की वजह से कोरोना के संक्रमण के प्रसार में कमी आई है। लेकिन आने वाले त्यौहारों, मौसम की अनुकूलता और प्रदूषण बढऩे के कारण इसमें एक बार फिर तेज वृद्धि देखने मिल सकती है। चिकित्सकों की राय थी कि संक्रमण तेजी से न फैले इसके लिए लोगों को ज्यादा जागरूक करने की जरूरत है।
इस दिशा में लोगों को मास्क पहनने, फिजिकल डिस्टेंसिंग का पालन करने और बार-बार साबुन से हाथ धोने की समझाईश देने के साथ-साथ त्यौहारों के दौरान घर में ही रहने की सलाह देना उपयुक्त होगा। इनका पालन कराने के लिए रोको-टोको अभियान को ज्यादा प्रभावी बनाना होगा तथा इसमें सख्ती भी बरतनी होगी। लोग जितने ज्यादा सतर्क और जागरूक होंगे संक्रमण बढऩे की रफ्तार उतनी ही कम होगी।
विशेषज्ञों ने कोरोना की भविष्य की चुनौतियों से निपटने जिला प्रशासन द्वारा की जा रही तैयारियों के प्रति संतोष जताया। इसके साथ ही उन्होंने फीवर क्लीनिकों की अवधारणा को मजबूत करने की गई पहल की भी तारीफ करते हुए बैठक के माध्यम से लोगों से आग्रह किया कि थोड़े से भी लक्षण दिखाई देने पर निकट के फीवर क्लीनिक में जाकर अपने स्वास्थ्य की जांच करायें। विशेषज्ञों की यह भी राय थी कि नवम्बर-दिसंबर में कोरोना के संक्रमण के मामले तेजी से बढ़ेंगे लेकिन कुछ दिनों पहले की तुलना में सीरियस मामलों में कमी आयेगी। विशेषज्ञों ने कोरोना के एसिम्पटमेटिक और माइल्ड प्रकरणों में होम आइसोलेशन को प्रोत्साहित करने की राय भी व्यक्त की। इसके साथ ही केवल सिम्पटमेटिक और दूसरी गंभीर बीमारियों से पीडि़त बुजुर्गों के सेम्पल लेने की सलाह भी बैठक में दी।
कलेक्टर श्री शर्मा ने बैठक में बताया कि कोरोना की भविष्य की चुनौतियों से निपटने और मरीजों के उपचार के लिए जिला प्रशासन ने पूरी तैयारी कर रखी है। उन्होंने विशेषज्ञ चिकित्सकों के सुझावों को महत्वपूर्ण बनाते हुए कहा कि प्रशासन इन पर अमल करेगा। श्री शर्मा ने कहा कि कोरोना प्रोटोकॉल का पालन कराने लोगों में जागरूकता पैदा करने और ज्यादा प्रयास किये जाएंगे इसके साथ ही रोको-टोको अभियान को भी आक्रामक स्वरूप दिया जायेगा।
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