मांफी न मांगना कमलनाथ की निर्लज्जता की पराकाष्ठा - शिवराज सिंह
(सुधांशू द्विवेदी)भोपाल ।
मध्यप्रदेश की मंत्री इमरती देवी पर पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ की टिप्पणी के मुद्दे को भाजपा छोड़ने के मूड में नहीं है। ऐसे में अब नाथ पर हमले तेज कर दिए गए हैं। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा कि कमलनाथजी की निर्लज्जता की पराकाष्ठा है। बहन इमरती देवी के आंसू पूरे देश ने देखे हैं इसलिए वे किंतु-परंतु करने पर विवश हुए हैं, लेकिन यह माफी नहीं, उससे भी बड़ा पाप है। यह कमलनाथजी का अहंकार है। वे अपने से श्रेष्ठ किसी को नहीं मानते हैं। आखिर वे सीधे-सीधे माफी क्यों नहीं मांगते हैं? इधर, राहुल गांधी के नाराजगी वाले बयान के बाद भी कमलनाथ अपनी बात पर कायम हैं। शिवराज ने कहा कि अब भी इमरती देवी का नाम याद नहीं है। 24 घंटे पूरे देश ने देखा है। आपके मंत्रिमंडल की सदस्य रही हैं। आइटम को जायज ठहरा रहे हैं। अब कह रहे हैं कि मैं भी आइटम हूं। मैं कमलनाथ से उम्मीद क्या करूं, लेकिन मैडम सोनिया गांधीजी से फिर अपील कर रहा हूं। मैंने पत्र लिखा है, लेकिन उत्तर नहीं मिला है। मैंने लिखा था कि अगर जवाब नहीं मिला तो मैं समझ जाऊंगा कि आप उनके बयान से सहमत हैं। उन्होंने मुझे भी पत्र लिखा है। मैं उनका जवाब दे रहा हूं। खुद अपराध करते हैं और मुझे गाली देने लगते हैं। मायावती ने अपने भावों को व्यक्त किया है। उनके बयान में दर्द छलका है।
0 टिप्पणियाँ