सीधी:भाजपा का मौन धरना एक राजनैतिक नौटंकी - सुरेश प्रताप
सीधी।
कांग्रेस के वरिष्ठ नेता सुरेश प्रताप सिंह चौहान ने जारी एक बयान में कहा है कि गत दिनों भारतीय जनता पार्टी द्वारा समूचे मप्र में मौन धरना दिया गया वो किसी नौटंकी से कम नही था। मप्र में हो रहे उपचुनावों में भाजपा को अपनी हार दिखाई दे रही है। उससे जनता का ध्यान भटकाने के लिये मौन धरने का नाटक किया गया। सीधी में भी भाजपा द्वारा मौन धरना दिया गया किन्तु भाजपा के इन नेतागण को सीधी जिले की विगत 12 अक्टूबर से अंकिता नामदेव लापता है। आज तक कोई अतापता नहीं है उसके लिये कोई धरना नहीं दिया गया। इसलिये कि अंकिता नामदेव विधायक मंत्री नहीं है न ही सीधी में चुनाव हो रहा है। श्री चौहान ने कहा कि ज्योतिरादित्य सिंधिया ने इन्दौर मे धरने पर बैठे थे। उन्होने पत्रकारों से बात करते हुये कहा कि ‘‘जब नारियों का सम्मान होता है वहां देवता निवास करते है‘‘ काश सिंधिया जी के पूर्वजो को भी यह बात याद रही होती तो 1857 के स्वतंत्रता संग्राम में महारानी लक्ष्मीबाई का बलिदान न होता और देश की आजादी की लड़ाई का इतिहास कुछ और होता। उन्होंने कहा कि भाजपा विधायक कुलदीप सिंह सेंगर द्वार जब एक लड़की का बलात्कार कर उसके पिता की हत्या कर दी गई थी तब भाजपा के किसी नेता द्वारा धरना नहीं दिया गया था तथा विधायक कुलदीप सिंह को पार्टी से निष्कासन में एक साल से अधिक का समय गया था।
सुरेश प्रताप सिंह चौहान ने आरोप लगाया कि मप्र के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह व ज्योतिरादित्य सिंधिया ने मिलकर भाजपा को नाटक मंडली में तब्दील कर दिया। एक हास्य कवि ने ठीक ही कहा है ‘‘सर्कस के जोकर आज कल पछता रहे हैं कि हमसे अच्छी कला शिवराज और सिंधिया दिखला रहे हैं।‘‘
श्री चौहान ने कहा कि आज महिला उत्पीडन और बलात्कार में मप्र पहले स्थान पर है। अनूपपुर उपचुनाव में भाजपा प्रत्यासी बिसाहूलाल द्वारा कांग्रेस प्रत्यासी की पत्नी को रखैल कहा गया। किन्तु मुख्यमंत्री जी द्वारा कुछ नहीं कहा गया। यह घटना स्वयं भाजपा के चाल और चरित्र को प्रदर्शित करती है।
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