संसदीय प्रणाली व प्रजातंत्र को तार-तार कर पारित किए गए किसान विरोधी काले कानून -ज्ञान
कांग्रेस ने राष्ट्रपति के नाम सौंपा ज्ञापन
सीधी।
केंद्र की भाजपा सरकार द्वारा हाल ही में बनाए गए किसान विरोधी तीन काले कानून निरस्त करने की मांग को लेकर जिला कांग्रेस कमेटी सीधी द्वारा जिला अध्यक्ष रूद्र प्रताप सिंह बाबा के नेतृत्व में महामहिम राष्ट्रपति के नाम 10 सूत्रीय ज्ञापन जिला प्रशासन को सौंपा गया है।
इस अवसर पर मीडिया से चर्चा करते हुए जिला कांग्रेस के अध्यक्ष रूप सिंह बाबा ने कहा कि मोदी सरकार ने देश के किसान खेत और खलिहान के खिलाफ एक घिनौना षड्यंत्र किया है। उन्होंने कहा कि केंद्र की भाजपा सरकार तीन काले कानून के माध्यम से देश की हरित क्रांति को हराने की साजिश कर रही है। कांग्रेस अध्यक्ष ने कहा कि भाजपा सरकार द्वारा देश के अन्नदाता वा भाग्य विधाता किसान तथा खेत मजदूर की मेहनत को चंद पूंजीपतियों के हाथों गिरवी रखने का षड्यंत्र किया जा रहा है।
इस दौरान पर प्रदेश कांग्रेस कमेटी के महामंत्री ज्ञान सिंह ने मोदी सरकार पर विपक्ष की आवाज दबाने का आरोप लगाते हुए कहा कि केंद्र सरकार संविधान को रौंदकर संसदीय प्रणाली को दरकिनार कर प्रजातंत्र को तार-तार कर बहुमत के अहंकार में तानाशाही पूर्वक बगैर किसी चर्चा व मशविरा के संसद के अंदर कृषि से संबंधित तीन काले कानून पारित कर लिए है। उन्होंने कहा कि मोदी सरकार की तानाशाही पूर्ण फैसले के विरोध में देशभर में 62 करोड़ किसान मजदूर वाह 250 से अधिक किसान संगठन सड़क पर उतर कर इन काले कानूनों को निरस्त करने की मांग कर रहे हैं। उन्होंने आरोप लगाया कि मोदी सरकार बलपूर्वक विपक्ष एवं किसान संगठनों की आवाज दबाकर किसानों को भ्रमित करने का प्रयास कर रही है।
इस अवसर पर जिला कांग्रेस कमेटी के पूर्व अध्यक्ष आनंद सिंह चौहान ,नगर पालिका के पूर्व अध्यक्ष देवेंद्र सिंह मुन्नू ,संगठन प्रभारी महामंत्री सुरेश प्रताप सिंह ,महिला कांग्रेस की प्रदेश महामंत्री कुमुदिनी सिंह, जिला प्रवक्ता प्रदीप सिंह दीपू ,यूथ कांग्रेस के जिला अध्यक्ष रंजना मिश्रा ,कांग्रेस के वरिष्ठ नेता दान बहादुर सिंह ,अनुसूचित जाति विभाग के अध्यक्ष अशोक कोरी ,सद्भावना प्रकोष्ठ के अध्यक्ष सरदार अजीत सिंह ,किसान कांग्रेस के कार्यकारी अध्यक्ष पंकज सिंह ,पिछड़ा वर्ग कांग्रेस की प्रदेश सचिव रीता सोनी ,युवक कांग्रेस के कार्यकारी अध्यक्ष प्रकाश सिंह परिहार, एनएसयूआई के अध्यक्ष दीपक मिश्रा विशेष रूप से मौजूद रहे।
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