महाविद्यालय अतिक्रमण को लेकर हुआ उग्र आन्दोलन

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महाविद्यालय अतिक्रमण को लेकर हुआ उग्र आन्दोलन



महाविद्यालय अतिक्रमण को लेकर हुआ उग्र आन्दोलन

 सीधी।
कल 1 अक्टूबर को एनएसयूआई जिलाध्यक्ष सीधी दीपक मिश्रा के नेतृत्व में छात्रों के विभिन्न मांगो को लेकर महामहिम राज्यपाल के नाम का ज्ञापन सीधी उपखण्ड अधिकारी नीलाम्बर मिश्रा को सौंपा गया। 
 श्री मिश्र ने बताया कि भारतीय राष्ट्रीय छात्र संगठन सीधी द्वारा छात्र हित में विभिन्न मांगे रखी जिसमें सर्वप्रथम जिले में विधि महाविद्यालय को पुनः जल्द से जल्द प्रारंभ कराया जाय। संजय गांधी महाविद्यालय सीधी की भूमि का सीमांकन कर त्वरित अतिक्रमण मुक्त कराया जाय एवं महाविद्यालय के जिन कर्मचारियों द्वारा अतिक्रमण किया गया है उन पर कार्यवाही हो। संजय गांधी महाविद्यालय में प्रथम वर्ष में प्रवेश हेतु पोर्टल पुनः खुलवाये जाने एवं सीटों का 25 प्रतिशत आवंटन बढ़ाया जाय।
 श्री मिश्र ने बताया कि एनएसयूआई सीधी द्वारा विगत समय में भी निम्न मांगो पर ज्ञापन जिला प्रशासन को कई बार सौंपा गया था किन्तु आज दिनांक तक इस पर कोई विधिक कार्यवाही नहीं की गई है। ऐसा प्रतीत होता है कि प्रशासन छात्रों का अहित चाहती है। उनकी शिक्षा के लिए किसी भी तरह से सजग नहीं है।
 श्री मिश्र ने बताया कि सीधी जिले में विगत कई वर्षाें से विधि महाविद्यालय बन्द है जिससे कि छात्रों को विधि का अध्ययन करने हेतु अन्य जिलों में जाना पड़ता है, जिसमें गरीब छात्र इन समस्याओं के चलते कई बार चाह कर भी विधि की पढ़ाई करने से वंचित रह जाते है। श्री मिश्र ने आरोप लगाया कि प्रदेश सरकार पूर्णतः छात्र विरोधी सरकार है और वह नहीं चाहती कि छात्र विधि की पढ़ाई कर सकें। इसलिए प्रदेश की भाजपा सरकार ने 2008 में सीधी में चल रहे विधि महाविद्यालय को बन्द कर दिया था। 
 श्री मिश्र ने बताया कि विगत कुछ वर्षाें से लगातार योजनाबद्ध तरीके से महाविद्यालय के नाम आवंटित भूमि पर अवैध अतिक्रमणकारियों द्वारा गिद्ध की नजर बनाये रखे हुए हैं, और अलग-अलग चरण में कब्जा करते रहते हैं। उक्त प्रकरण में सबसे खास बात तो यह है कि महाविद्यालय के पूर्व एवं वर्तमान के कर्मचारियों द्वारा ही सर्वाधिक अतिक्रमण किया गया है, जिसमें पदेन कालेज के प्राचार्य की मूक स्वीकृति एवं पूर्ण सहयोग का आरोप स्थानीय जनों द्वारा लगाया जा रहा है। श्री मिश्र ने कहा कि यदि इन मांगो का निराकरण त्वरित रूप से नहीं किया जाता है तो भारतीय राष्ट्रीय छात्र संगठन छात्र हित में व्यापक रूप से प्रदर्शन और आन्दोलन के लिए बाध्य होगी जिसकी सम्पूर्ण जबावदेही प्रदेश एवं जिला प्रशासन की होगी।
 उक्त कार्यक्रम में सौरभ सिंह, अजीत सिंह, विपुल गौतम, मुकेश मिश्रा, हर्ष सिंह, युवराज सिंह, सौरभ शुक्ला, नवीन यादव, अमन सिंह, विनीत तिवारी, अभिषेक शुक्ला, अक्षय तिवारी, अभिनव पाण्डेय, आदर्श सिंह, उदित द्विवेदी, सचिन मिश्रा, कुलदीप तिवारी, राजीव साकेत, हर्षित विश्वकर्मा, चन्दन, विजय, सिद्धार्थ, अजय, राहुल, विकास, आशीष, कान्हा, अर्पित, अजय, रामपाल पटेल के अलावा आदि सैकड़ो छात्र उपस्थित रहे।

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