विन्ध्य क्षेत्र में प्रथम ओपन हार्ट सर्जरी करने वाला हास्पिटल बना सुपर स्पेशलिटी,हृदय रोग के जटिल आपरेशन..
विन्ध्य क्षेत्र के रोगियों को गंभीर तथा जटिल रोगों के उपचार के लिये सुपर स्पेशलिटी हास्पिटल की स्थापना की गई है। प्रधानमंत्री स्वास्थ्य सुरक्षा योजना के तहत प्रदेश में सुपर स्पेशलिटी हास्पिटल बनाये गये हैं। रीवा के सुपर स्पेशलिटी हास्पिटल में यूरोलॉजी के 100 से अधिक तथा विभिन्न हृदय रोगों से संबंधित जटिल ऑपरेशन किये जा रहे हैं। विन्ध्य क्षेत्र में ओपन हार्ट सर्जरी का प्रथम आपरेशन सुपर स्पेशलिटी हास्पिटल में किया गया है। डॉ. अभिजीत सिंह ने ओपन हार्ट सर्जरी के दो सफल ऑपरेशन किये हैं। साथ ही फेफड़े की झिल्ली बदलने एवं पैरों में नसें बदलने के भी सफल ऑपरेशन किये गये हैं। ऑपरेशन के बाद सभी रोगी पूरी तरह से स्वस्थ हैं। इन्हें शीघ्र ही अस्पताल से घर के लिये छुट्टी दे दी जायेगी।
इस संबंध में रीवा संभाग के कमिश्नर राजेश कुमार जैन ने बताया कि सुपर स्पेशलिटी हास्पिटल के भवन का निर्माण नवम्बर 2019 में पूरा हो गया था। यहां आवश्यक उपकरणों को लगाने तथा विशेषज्ञ डॉक्टरों की उपलब्धता सुनिश्चित करने के लिये लगातार प्रयास किये गये। नर्सों तथा तकनीशियनों की भी व्यवस्था की जा रही है। इसके परिणामस्वरूप सुपर स्पेशलिटी हास्पिटल में कई गंभीर रोगों का उपचार शुरू हो गया है। हाल ही में इस हास्पिटल में कुशल डॉक्टरों द्वारा दो रोगियों की ओपन हार्ट सर्जरी करके खराब वाल्ब बदले गये हैं। दोनों रोगी पूरी तरह से स्वस्थ हैं। इन ऑपरेशन को कराने के लिये पहले रोगियों को दिल्ली, नागपुर, भोपाल, बनारस तथा अन्य बड़े शहर जाना पड़ता था। आने-जाने में परेशानी के साथ-साथ हार्ट के ऑपरेशन में आठ से 15 लाख रूपये तक का व्यय होता था। सुपर स्पेशलिटी हास्पिटल में आयुष्मान योजना के तहत लगभग एक लाख रूपये के खर्च में इन रोगियों का ऑपरेशन किया गया है। गंभीर हृदय रोगों के उपचार के लिये अब विन्ध्य क्षेत्र के लोगों को बड़े शहरों में जाने की आवश्यकता नहीं है। सुपर स्पेशलिटी हास्पिटल में ही सभी सुविधाएं उपलब्ध हो गई हैं।
हास्पिटल की व्यवस्थाओं के संबंध में प्रभारी अधीक्षक डॉ. सुधाकर द्विवेदी ने बताया कि सुपर स्पेशलिटी हास्पिटल में नेफ्रोलॉजी, यूरोलॉजी, रेडियोलॉजी, निश्चेतना, हृदय रोगों के उपचार, नवजात शिशुओं के उपचार सहित नौ विभागों में उपचार किया जा रहा है। हास्पिटल में ओपीडी में प्रतिदिन 100 से 180 रोगी उपचार के लिये आ रहे हैं। यूरोलॉजी विभाग में 100 से अधिक रोगियों के सफल ऑपरेशन हो चुके हैं। हास्पिटल में 240 सामान्य बेड तथा 20 आईसीयू बेड, 15 वेंटिलेटर बेड उपलब्ध हैं। हास्पिटल में 6 आधुनिक ऑपरेशन थियेटर हैं। साथ ही ओपन हार्ट सर्जरी एवं हृदय के जटिल रोगों के ऑपरेशन के लिये कैथलैब स्थापित की गई है। हास्पिटल के लिये स्वीकृत डॉक्टरों, टेक्नीशियनों, नर्सों तथा अन्य पदों पर पूर्ति के प्रयास किये जा रहे हैं।
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