रीना हत्याकांड का पर्दाफास:
बुआ की ननद से विवाह करना चाहता था हत्यारोपी,परिजन किये इंकार तो उतारा मौत के घाट
नृसंश हत्याकांड का आरोपी प्रेमी ही निकला
शादी नहीं हो पाने से नाराज होकर वारदात को दिया अंजाम
(✍️आर.बी.सिंह ,राज )सीधी*
बीते 14 सितंबर को जमोड़ी थाना अंतर्गत पनवार चौहानन टोला में हुई अंधी हत्या का एसपी पंकज कुमावत ने प्रेस कॉन्फ्रेंस कर खुलासा किया है। एसपी ने बताया कि युवती के प्रेमी ने ही घटना को अंजाम दिया है। फोन कॉल से शुरू हुई इस प्रेम कहानी का अंत इतना दर्दनाक होगा प्रेमिका ने कभी इतना सोचा भी नहीं होगा। बताया गया कि रीना शुक्ला पिता विश्वनाथ शुक्ला 20 साल से शादी नहीं हो पाने को लेकर आरोपी प्रेमी ऋषभ तिवारी ने घटना को अंजाम दिया है।
क्या था पूरा मामला:-
आरोपी ऋषभ तिवारी की रीना शुक्ला के परिवार में रिश्तेदारी थी जहां आरोपी का आना जाना होता था इसी दरमियान दोनों में प्यार के रिश्ते की शुरुआत हुई और मोबाइल नंबर आदान प्रदान हुआ तथा दोनों में मोबाइल फोन के माध्यम से 1 साल पहले 2019 से बातचीत शुरू कर दिए। इसी दरमियान प्यार परवान चढ़ा और बात दोनों में शादी तक पहुंच गई तभी इसकी भनक रीना शुक्ला के घरवालों को लगी। जिस पर वो इस शादी को लेकर राजी नहीं थे तथा रीना की शादी कहीं अन्यत्र जगह तय कर दिए थे। दूसरी जगह शादी तय होने के बाद रीना ने आरोपी प्रेमी से बातचीत करना बंद कर दिया यही बात आरोपी को नागवार गुजरी और पूरे घटना को अंजाम दे डाला।
कुल्हाड़ी के साथ प्रेमिका के घर में रात भर छुपा रहा आरोपी:-
रीना शुक्ला ने जब आरोपी प्रेमी से बातचीत करना बंद कर दिया तो इसी बात को लेकर खार खाया प्रेमी 1 माह पूर्व से ही काफी क्षुब्ध था और इस हत्याकांड की पूरी साजिश रच डाली।
बताया गया कि बीते 13 सितंबर की दरमियानी रात्रि अपने घर ग्राम कठार से रात्रि 12 बजे प्रेमिका रीना शुक्ला की हत्या करने के आशय से कुल्हाड़ी लेकर अपनी साइकिल से पनवार चौहानन टोला सीधी आया, इस दरमियान आरोपी ने नहर के समीप साइकिल खड़ी कर मृतका के घर के पीछे आंगन में लगे दरवाजे को खोलकर अंदर कुल्हाड़ी लेकर छुपकर रात भर बैठा रहा जैसे ही सुबह हुई मृतका प्रेमिका अपने घर के पीछे बर्तन धो रही थी तभी आरोपी शुभम उर्फ ऋषभ तिवारी दबे पाव घर के अंदर से निकलकर पीछे से मृतका के सिर और गर्दन में कुल्हाड़ी द्वारा जानलेवा हमला कर दिया इस दरमियान मृतका ने बचने के लिए बहुत कोशिश की तथा एक हाथ से कुल्हाड़ी को पकड़ने की कोशिश की थी जिसमें आरोपी द्वारा किए गए कुल्हाड़ी के प्रहार से एक हांथ कटकर लटक गया था तथा घटनास्थल पर ही प्रेमिका की मौत हो गई। वारदात को अंजाम देने के बाद आरोपी घर के पीछे से ही भाग निकला।
ऐसे पकड़ में आया आरोपी:-
14 सितंबर की सुबह 9 बजे के लगभग जमोड़ी थाने में मामले की सूचना दी गई। इसके बाद तत्काल पुलिस कप्तान पंकज कुमावत हरकत में आए और अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक अंजू लता पटले समेत जमोड़ी तथा कोतवाली थाने की भारी पुलिस बल घटनास्थल पर पहुंच गया। पुलिस कप्तान के निर्देशानुसार जमोड़ी थाने में अपराध क्रमांक 388/20 भारतीय दंड संहिता की धारा 302, 201 अपराध पंजीबद्ध कर एडिशनल एसपी के निर्देशानुसार दो अलग-अलग टीमें गठित की गई।
साइबर सेल ने निभाई महत्वपूर्ण भूमिका:-
इस पूरे हत्याकांड में साइबर सेल ने महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हुए मोबाइल टावर लोकेशन से पता करने लगे तकनीकी दक्षता का उपयोग करते हुए कई संदिग्धों को अभिरक्षा में लेकर कड़ाई से पूछताछ की गई। जिसमें आरोपी शुभम उर्फ ऋषभ तिवारी पिता वीरेंद्र कुमार तिवारी 19 वर्ष निवासी तथा थाना रामपुर नैकिन ने जुर्म कबूल लिया। आरोपी के जुर्म कबूलने के बाद पुलिस ने घटना में प्रयुक्त कुल्हाड़ी, साइकिल और वारदात के समय पहनी गई टी-शर्ट जप्त कर कोर्ट में पेश किया गया जहां से आरोपी को जेल भेज दिया गया है। वहीं इस अंधी हत्या का खुलासा करने वाले पुलिसकर्मियों को पुलिस कप्तान पंकज कुमावत के द्वारा 5000 नगद इनाम देने की घोषणा की गई है।
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