कांग्रेस कमेटी के प्रवक्ता ने कहा कि भाजपा किसानों के साथ धोखा किया है, पांच लाख किसानों का डाटा प्रधानमंत्री फसल बीमा पोर्टल से गायब
सीधी।
जिला कांग्रेस कमेटी के प्रवक्ता प्रदीप सिंह दीपू ने जारी बयान में कहा है कि मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री बीमारी दावा राशि जो कि किसान का निजी अधिकार है उसे इस तरह बांट रहे हैं जैसे कि शिवराज सिंह पैसा अपनी जेब से दे रहे हों। उन्होने कहा कि यह कितना दुर्भाग्यपूर्ण यह है कि बीमा राशि का पैसा किसान की फसल उजड़ने का पैसा है जिसे भारतीय जनता पार्टी की सरकार किसान के ऋण खाते में जमा करके किसान के साथ धोखा कर रही है। लुटे पिटे किसान के पास कोई चारा नहीं है ,लेकिन वो हताश है।
कांग्रेस प्रवक्ता ने कहा कि मध्य प्रदेश कांग्रेस कमेटी ने पहले ही मध्य प्रदेश की विभिन्न समितियों और सेंट्रल बैंक ऑफ इंडिया के दस्तावेजों को जारी कर भाजपा पर यह आरोप लगाया था कि लगभग 7 हजार गांव का डाटा पोर्टल पर दर्ज ही नहीं है। तब मध्य प्रदेश सरकार ने इसे झूठ बताया था जबकि 1 दिन पुरानी तारीख में केंद्र सरकार को चिट्ठी लिखकर इस तथ्य को छुपाया और खुद बीमा अवधि बढ़ाने का आग्रह किया था। केंद्र सरकार के प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना के मुख्य कार्यपालन अधिकारी ने मध्य प्रदेश सरकार को पत्र लिखकर इन गांव की अधिसूचित फसलों और गांव के नाम पोर्टल से अभी तक गायब होने की एवं अधिकतम 30 सितंबर तक पोर्टल पर दर्ज करने के लिए आगाह किया है। इस पत्र में यह भी पोल खोली गई है कि सरकार ने केंद्र को 11सितंबर को पत्र लिखा था। इसका अर्थ है कि मध्य प्रदेश सरकार एक माह में भी किसानों के डाटा पोर्टल पर सुधार नहीं कर पाई है और किसानों के साथ धोखा कर रही है। लगभग 4 से 5 लाख किसानों को इससे बीमा राशि का दावा प्राप्त करने में दिक्कत आएगी।
कांग्रेस प्रवक्ता प्रदीप सिंह ने कहा कि मध्य प्रदेश के कृषि मंत्री रोज फर्जी बयान बाजी करते रहते हैं किंतु यह नहीं देखते कि उनका विभाग किस तरह किसानों के साथ धोखेबाजी कर रहा है। अगर 30 सितंबर तक पोर्टल पर अधिसूचित फसलों एवं गांव के नाम दुरुस्त नहीं किए गए तो सरकार को बड़े किसान आंदोलन का सामना करना पड़ेगा। उन्होंने कहा झूठे बयान, विज्ञापन और हेड लाइन मैनेजमेंट से अब किसानों को भरमाया नहीं जा सकता।
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