सीधी।। अस्पताल में डाक्टर न होने से फिर 55 वर्षीय युवक की मौत
सीधी
चुरहट थानांतर्गत ग्राम हर्दिहा में बाणसागर परियोजना लोवर सिहावल नहर चुरहट के कर्मचारी जगतबहादुर सिंह लगभग 55 वर्ष निवासी हर्दिहा को मंगलवार शाम लगभग 6 बजे आंगन में घास छीलकर सफाई करने का कार्य कर रहे थे। आंगन के एक कोने में फ्री डिश केबल टीवी लगा हुआ था। जिसका तार टूटकर जमीन में गिरा हुआ था। जगतबहादुर सिंह आंगन की घास को साफ करते करते उसी जगह पर पहुंचे, उन्होंने तार पर ध्यान नहीं दिया और तार पैर के नाखून के अंदर घुस गया। तार के पैर में चुभते ही करंट लगने से जगतबहादुर सिंह घायल हो गए। परिजन आनन फानन में अपने निजी वाहन से चुरहट के सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र लेकर आए परन्तु चुरहट के स्वास्थ्य केन्द्र में कई महीनों से परमानेंट डाक्टरों की नियुक्ति नहीं होने से कोई भी डाक्टर नहीं था। वहां पर केवल एक नर्स मौजूद थी जो कि तुरंत ब्लड प्रेशर की जांच की और अपने सीनियर अधिकारियों को सूचित की व वहां से जवाब आया कि रेफर कर दो। सरकारी अस्पताल के लचर व्यवस्थाओं को देखते हुए परिजनों ने मिश्रा नर्सिंग होम में लेकर जाना उचित समझा। परिजन जब जगतबहादुर सिंह को लेकर मिश्रा नर्सिंग होम सीधी पहुंचे तो वहां डाक्टरों द्वारा उनको मृत घोषित कर दिया गया। डाक्टरों ने कहा कि लगभग आधे घण्टे पहले यदि उपचार मिल जाता तो मृतक की जान बचाई जा सकती थी।
पहले भी घट चुकी हैं ऐसी घटनाएं:-
आकाशीय बिजली गिरने से बीते 13 सितंबर को पचोखर ग्राम के दो लोगों की मृत्यु हो गई थी व तीन लोग घायल हुए थे, जिन्हें उपचार हेतु चुरहट के सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र लाया गया था परन्तु डाक्टरों के न होने से तीनों घायल व्यक्तियों को रामपुर नैकिन के सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र में रेफर किया गया था व मृतकों के पोस्टमार्टम के लिए लंबे समय तक प्रतीक्षा भी करनी पड़ी थी।
इस घटना को कई प्रमुख समाचार पत्रों में प्रमुख रूप से स्थान देते हुए प्रकाशित कर प्रशासन तक जानकारी पहुंचाने का प्रयास किया गया था परन्तु प्रशासन पर समाचार का कोई भी असर नहीं हुआ। जिसका दण्ड आए दिन चुरहट की जनता को भोगना पड़ रहा है।
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