क्षतिग्रस्त सोनवर्षा राम मंदिर का शीघ्र होगा जीर्णोद्धार कलेक्टर ने दिया आश्वासन
मालूम हो कि जिला मुख्यालय से महज 40 किलोमीटर दूर स्थित सोनवर्षा मड़वास में राम जानकी की बड़ी ही भव्य मंदिर स्थित है जो कि वर्तमान में अत्यंत ही जर्जर एवं देव विहीन है।
यह मंदिर लक्ष्मण बाग ट्रस्ट संरक्षक रीवा कलेक्टर सह संरक्षक सीधी कलेक्टर के अधीन जो कि प्रशासनिक मंदिर है।
क्षेत्र वासियों द्वारा बताया जाता है कि यह मंदिर 200 वर्ष पुरानी है मंदिर के अधीनस्थ 135 एकड़ भूमि है।
जिसकी लीज रीवा कलेक्टर के संरक्षण मे दी जाती है प्रतिवर्ष 20000 से 300000 लीज होती है।
संपत्ति सरकार के खजाने मे जमा होती है राम जानकी मंदिर खुद संपत्ति से युक्त है फिर भी मंदिर की इस तरह की दयनीय स्थिति प्रशासन की कही न कही बड़ी लापरवाही है प्रशासनिक व्यवस्था पर बड़ा सवाल उठता है राम जानकी मंदिर मे दिनांक 1/8/2009 मे चोरो (राक्षसों) के द्वारा अष्टधातु वेश कीमती माता जानकी कुमर लक्ष्मण की मूर्ति की चोरी हो गई है जिसकी शिकायत पुलिस चौकी मड़वास मे मंदिर के पुजारी एवं ग्राम वासियों के द्वारा किया गया था जिसमें अपराध क्रमांक 227/09 धारा 457/380 आईपीसी कायम किया गया था चौकी प्रभारी द्वारा मंदिर की जांच उपरांत मंदिर शेष मूर्ति अष्टधातु बेशकीमती राम लला की मूर्ति एवं समस्त पूजा पाठ कि सामग्री सहित चौकी प्रभारी मड़वास के द्वारा जप्त कर श्री कृष्णदेव सिंह (राजा साहब) मड़वास के सुपुर्दगी मे रखवाई गई है दिनांक 01/08/2009 से आज दिनांक तक मंदिर मे मूर्ति विराजमान नही कराया गया वर्तमान मे देव विहीन मंदिर अत्यंत ही दयनीय स्थिति से गुजर रहा है पूर्व मे हिंदू संगठनो ग्राम वासियों के द्वारा पुलिस अधीक्षक सीधी को एवं रीवा कलेक्टर सीधी कलेक्टर एवं उपखंड अधिकारी तहसीलदार मझौली को भी कई बार ज्ञापन सौंप जीर्णोद्धार की की गई मांग लेकिन आज दिनांक तक किसी प्रकार की भी प्रशासनिक पहल नही की गई जिससे दिनांक 13/08/2020 को राष्ट्रीय प्रवक्ता शिवमूरत देव जी महाराज (सुदामा जी)एवं एडवोकेट अमरनाथ तिवारी (प्रदेश अध्यक्ष) एडवोकेट प्रवीण कुमार उपाध्याय (समाज सेवक) शिवानंद मिश्रा (मुखिया ) के द्वारा कलेक्टर सीधी को ज्ञापन पत्र सौंप शीघ्र मंदिर जीर्णोद्धार कराए जाने का किया निवेदन कलेक्टर महोदय का मिला आश्वासन।। अतिशीघ्र होगा जीर्णोद्धार मूर्ति स्थापना
मंदिर की जर जर स्थिति देख समस्त हिंदू संगठन एवं क्षेत्रवासी आक्रोशित है अगर प्रशासन का यही रवैया रहा तो मजबूत हो कर बड़े उग्र आंदोलन के लिए जनता विवश होगी जिसकी समस्त जिम्मेदारी शासन प्रशासन की होगी।
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