निर्भीक और निष्पक्ष पत्रकारिता को बलपूर्वल दबाने की साजिश लोकतंत्र पर हमला,कमलेश्वर पटेल ने गृह मंत्री को लिखा पत्र
ऋण माफिया को उजागर करने में काम करे पुलिस, पत्रकारों का दमन करने से बचे
सीधी जिले में निर्भीक और निष्पक्ष पत्रकारिता को बलपूर्वल दबाने की साजिश सीधे लोकतंत्र पर हमला है। मीडिया को अपनी जिम्मेदारी निभाने में किसी प्रकार की अड़चन पैदा करना शासन प्रशासन के लिए ठीक नही है। पूर्व पंचायत एवं ग्रामीण विकास मंत्री और सिहावल विधायक कमलेश्वर पटेल ने गृह मंत्री को पत्र भेजकर सीधी में हो रहे मीडिया दमन के मामले में हस्तक्षेप करने का आग्रह किया है। उन्होंने पूरे मामले की उच्च स्तरीय निष्पक्ष जांच की मांग की।
कमलेश्वर पटेल ने सीधी के वरिष्ठ पत्रकार एवं म.प्र. श्रमजीवी पत्रकार संघ के संभागीय अध्यक्ष रीवा अखिलेश पाण्डेय के खिलाफ साजिश करनें वाले पुलिस अधिकारी की उच्च स्तरीय निष्पक्ष जांच कराएं।
पटेल ने कहा कि म.प्र. श्रमजीवी पत्रकार संघ भोपाल द्वारा गृहमंत्री को सौंपे ज्ञापन पर भी तेजी से कार्रवाई करें। उन्होंने कहा कि जिले के वरिष्ठ पत्रकार अखिलेश पाण्डेय की पत्रकारिता से जिले के लोग परिचित हैं। पुलिस अधीक्षक सीधी को शिकायतकर्ताओं ने बताया है कि अखिलेश पाण्डेय की किसी मामले में कोई भूमिका नहीं है इस मामले की जांच करने वाले एसडीओपी चुरहट सीजी द्विवेदी बलपूर्वक संबंधित पत्रकार का नाम शिकायत में शामिल किया ।
पटेल ने कहा कि रामपुर नैकिन क्षेत्र में जिन ऋण माफियाओं के खिलाफ पूर्व में खबरें प्रकाशित की गई और उनके खिलाफ एफआईआर दर्ज हुई थी उनके खिलाफ एसडीओपी चुरहट ने कोई कार्रवाई नहीं की। उल्टा खबर प्रकाशित करनें वाले पत्रकारों को किसी न किसी मामले में फंसानें की साजिश में लग गये । रामपुर नैकिन क्षेत्र के निवासी जिले के वरिष्ठ पत्रकार अखिलेश पाण्डेय के खिलाफ भी साजिश रची जा रही है। पटेल ने कहा कि एसडीओपी चुरहट के कारण ऋण माफियाओं का पर्दाफाश नहीं हो पा रहा है। इसके उलट निर्भीकता पूर्वक काम करने वाले पत्रकारों पर कार्रवाई की जा रही है।
0 टिप्पणियाँ