सिविल सर्जन निवास पर ब्लड टेस्ट रिपोर्ट के नाम पर खेल,मिश्रा नर्सिंग होम के नाम पर बनाई जाती है फर्जी रिपोर्ट
सीधी।
जिस डॉक्टर को हम भगवान समझते हैं उनका कई बार नकाब के पीछे छिपा चेहरा जब सामने आता है तो लोगों की ये आस्था तार-तार हो जाती है।
ऐसे ही एक मामले में सीधी जिला चिकित्सालय के सिविल सर्जन के घर में ब्लड टेस्ट के नाम पर खून से जुड़ा खेल खेला जा रहा है, रिपोर्ट भी फर्जी बनाई जा रही है। शहर के एक नामचीन नर्सिंग होम के नाम से ब्लड टेस्ट की बनाई जा रही रिपोर्ट को लेकर नर्सिंग होम के संचालक ने स्टार समाचार से इस बात पर दो टूक कहा कि यह सभी रिपोर्ट फर्जी है और उनकी जानकारी में ही नहीं है।
👉क्या है पूरा मामला:-
यह पूरा कारनामा कहीं और का नहीं बल्कि जिला मुख्यालय के जिला चिकित्सालय के सिविल सर्जन के घर का है। जहां सिविल सर्जन बनने के बाद से ही यह खून के नाम पर खेल जिला चिकित्सालय में पदस्थ लैब टेक्नीशियन दीनानाथ चौबे के साथ मिलकर फर्जी तरीके से मिश्रा नर्सिंग होम सीधी के नाम से खेला जा रहा है। मरीजों को जारी किए जाने वाले ब्लड टेस्ट रिपोर्ट में रजिस्ट्रेशन नंबर डॉक्टर आरपी सिंह के नाम से अंकित है।
जानकारी के अनुसार 24 जून 20 को अमित वैश्य नाम का व्यक्ति जिला चिकित्सालय में अपना उपचार करवाने हेतु आया था जहां सिविल सर्जन के आदमी ने जिला चिकित्सालय से उसको सिविल सर्जन के घर पर उपचार करने की बात कही, जहां पीड़ित अमित वैश्य ने सिविल सर्जन के घर पर अपना ब्लड चेकअप करवाया। बताया गया कि 5 मिनट के अंदर मिश्रा नर्सिंग होम के नाम से पूरी रिपोर्ट का खाका तैयार कर दिया गया। वहीं अपुष्ट सूत्रों से प्राप्त जानकारी के अनुसार यह ब्लड कहीं चेक होने के लिए नहीं जाता है बल्कि खुद से फर्जी रिपोर्ट तैयार की जाती है जिससे मरीज की जान तक जा सकती है। इस पूरे खून जाट के खेल को जिला चिकित्सालय में पदस्थ लैब टेक्नीशियन सिविल सर्जन के घर में ही चलाता है तथा 300 से 500 रुपए एक रिपोर्ट का लिया जाता है।
👉इनका कहना है
पूरे मामले को लेकर मीडिया के द्वारा पड़ताल करते हुए उस रसीद को लेकर मिश्रा नर्सिंग होम के संचालक के पास सत्यता जानने के लिए जब उनसे बात की गई तो नर्सिंग होम के संचालक डॉ अनूप मिश्रा ने साफ तौर पर कहा कि इस नाम का व्यक्ति हमारे यहां कोई भी उपचार करवाने नहीं आया है तथा हमारे द्वारा हैंड रिटेन कोई भी रिपोर्ट नहीं दी जाती सबको कंप्यूटराइज रिपोर्ट दी जाती है यह रिपोर्ट पूरी तरह से फर्जी है।
डॉ. अनूप मिश्रा
संचालक
*मिश्रा नर्सिंग होम, सीधी
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