विकास दुबे के एक और साथी ने किया सरेंडर गले में तख्ती लटकाकर पहुंचा थाना, देखिए क्या लिखा था तख्ती में

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विकास दुबे के एक और साथी ने किया सरेंडर गले में तख्ती लटकाकर पहुंचा थाना, देखिए क्या लिखा था तख्ती में




विकास दुबे के एक और साथी ने किया सरेंडर गले में तख्ती लटकाकर पहुंचा थाना, देखिए क्या लिखा था तख्ती में




उत्तर प्रदेश के बाद देश को भी चर्चा में लाने वाले कानपुर के बिकरू कांड का एक आरोपी शनिवार को पुलिस की गिरफ्त में आ गया है बिकरु गांव में 8 पुलिसकर्मियों की जघन्य हत्या को अंजाम देने वाले विकास दुबे के शार्पशूटर उमाकांत शुक्ला ने चौबेपुर थाना पहुंचने के बाद वहां सरेंडर कर दिया उसने सुबह शनिवार को अपनी पत्नी  और बेटी के साथ थाने पहुंचा । कानपुर के विकरु कांड में 50 हजार रूपए  इनामी उमाकांत शुक्ला ने करीब महीने भर से ज्यादा की फरारी काट रहा था।
वह आरोपी पुलिस की गिरफ्त में आ गया है 8 पुलिसकर्मियों की जघन्य हत्या को अंजाम देने वाले विकास दुबे के साथी उमाकांत शुक्ला ने सरेंडर कर दिया शनिवार को उमाकांत अपनी पत्नी और बेटी के साथ खुद चौबेपुर थाने पहुंचा और पुलिस से सरेंडर कर दिया। इस दौरान उमाकांत शुक्ला ने गले में तख्ती लटकाया था, इसमें खुद के विकास दुबे का साथी होना कबूल किया। कानपुर कांड के बाद आत्म ग्लानि की बात कही गई उसने पुलिस से रहम की गुहार लगाते हुए कहा कि मैं सरेंडर करने आया हूं।


यह लिखा था तख्ती में :- 

तख्ती में लिखा था मेरा नाम उमाकांत शुक्ला उर्फ गुड्डन है कानपुर कांड में मैं विकास दुबे के साथ शामिल था मुझे पकड़ने के लिए रोज पुलिस छापेमारी कर रही है जिससे मैं बहुत ड रा  हुआ हूं हम लोगों द्वारा जो घटना की गई थी उसी की हमें बहुत आत्मग्लानि है मैं खुद पुलिस के सामने हाजिर हो रहा हूं मेरी जान की रक्षा कीजिए मुझ पर रहम किया जाए।


उमाकांत ने कबूला अपना जुर्म :- 

पूछताछ में उमाकांत ने बताया कि घटना वाली रात वह अमर दुबे, अतुल दुबे, प्रेम कुमार ,प्रभात मिश्रा,  हीरू, शिवम, जिलेदार ,राम सिंह, रमेश चंद्र, गोपाल सैनी ,अखिलेश मिश्रा, विपुल, श्यामू, राजेंद्र मिश्रा, बाल गोविंद दुबे ,दयाशंकर अग्निहोत्री और विकास दुबे के साथ छत पर था पुलिस वालों के आते ही ताबड़तोड़ फायरिंग की थी। गैंग के लोग पुलिसवालों की हथियार लूट कर ले गए थे मैं पुलिस के डर से भाग गया था।

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