हाई स्कूल सर्टिफिकेट परीक्षा का परिणाम घोषित, छात्राएँ छात्रों से रहीं आगे
भोपाल।
माध्यमिक शिक्षा मंडल द्वारा 1 मार्च से 19 मार्च 2020 के मध्य सम्पन्न कराई गई हाई स्कूल सर्टिफिकेट परीक्षा के आज घोषित परिणाम में 62.84 नियमित परीक्षार्थी तथा 16.95 प्रतिशत स्वाध्यायी परीक्षार्थी उत्तीर्ण रहे। नियमित परीक्षार्थियों में इस वर्ष भी छात्राएँ छात्रों से आगे रहीं। नियमित छात्राओं का उत्तीर्ण प्रतिशत 65.87 एवं नियमित छात्रों का उत्तीर्ण प्रतिशत 60.09 रहा। इस वर्ष हाई स्कूल परीक्षा का परिणाम पिछले वर्ष की तुलना में अधिक रहा। आदिवासी विद्यालयों का उत्तीर्ण प्रतिशत 62.04 रहा।
मंडल द्वारा प्रदेश में कुल 3936 परीक्षा केन्द्रों पर 8 लाख 93 हजार 336 नियमित परीक्षार्थियों एवं 2 लाख 4 हजार 110 स्वाध्यायी परीक्षार्थियों ने परीक्षा दी थी। मंडल द्वार 8 लाख 91 हजार 866 नियमित परीक्षार्थियों के परीक्षा परिणाम घोषित किये गये जिसमें 3 लाख 42 हजार 390 परीक्षार्थी प्रथम श्रेणी में, 2 लाख 15 हजार 162 परीक्षार्थी द्वितीय श्रेणी में एवं 2 हजार 922 परीक्षार्थी तृतीय श्रेणी में उत्तीर्ण हुए। इस प्रकार 5 लाख 60 हजार 474 परीक्षार्थी परीक्षा में उत्तीर्ण हुए। एक लाख 8 हजार 448 परीक्षार्थियों ने पूरक की पात्रता प्राप्त की है। एक हजार 444 परीक्षार्थियों के परीक्षा फल अंकों की पुष्टि न हो पाने के कारण बाद में घोषित किये जायेंगे।
2 लाख 3 हजार 823 स्वाध्यायी परीक्षार्थियों में से कुल 34 हजार 563 परीक्षार्थी सफल हुए। परीक्षा का परिणाम 16.95 प्रतिशत रहा। प्रथम श्रेणी में 3 हजार 483 परीक्षार्थी, द्वितीय श्रेणी में 18 हजार 194 परीक्षार्थी एवं तृतीय श्रेणी में 12 हजार 885 परीक्षार्थी उत्तीर्ण हुए। पूरक पात्रता प्राप्त स्वाध्यायी परीक्षार्थियों की संख्या 29 हजार 83 है। इस वर्ष भी दो विषयों में अनुत्तीर्ण परीक्षार्थियों को पूरक की पात्रता प्रदान की गई है। पूरक परीक्षा की तिथियाँ शीघ्र घोषित की जायेंगी।
235 परीक्षार्थियों के परीक्षा फल अंकों की पुष्टि न होने के कारण परीक्षा परिणाम बाद में घोषित किये जायेंगे।
360 परीक्षार्थियों ने प्रावीण्य सूची में स्थान पाया
इस वर्ष के परीक्षा परिणाम में कुल 360 परीक्षार्थियों ने प्रावीण्य सूची में स्थान प्राप्त किया। जो कि विगत वर्ष की तुलना में 216 अधिक हैं। प्रावीण्य सूची में 191 छात्राएँ एवं 169 छात्र शामिल हैं। जबकि विगत वर्ष कुल 144 परीक्षार्थियों ने ही प्रावीण्य सूची में स्थान प्राप्त किया था। इस बार प्रथम श्रेणी प्राप्त विद्यार्थियों की संख्या में वृद्धि हुई है। स्वाध्यायी एवं नियमित 3 लाख 45 हजार 873 परीक्षार्थियों ने प्रथम श्रेणी में परीक्षा उत्तीर्ण की है जो पिछले वर्ष की तुलना में 5540 अधिक है। द्वितीय श्रेणी प्राप्त परीक्षार्थियों की संख्या में भी वृद्धि हुई है। कुल 2 लाख 33 हजार 356 नियमित एवं स्वाध्यायी विद्यार्थियों ने द्वितीय श्रेणी में परीक्षा उर्त्तीण की जो विगत वर्ष की तुलना में 16 हजार 250 अधिक हैं। जबकि तृतीय
प्रावीण्य सूची के प्रथम तीन
प्रावीण्य सूची में प्रथम स्थान भिण्ड के अभिनव शर्मा आत्मज श्री नीरज शर्मा ने, द्वितीय स्थान गुना के लक्षदीप धाकड़ आत्म श्री कमल सिंह धाकड़ ने तथा तीसरा स्थान गुना के प्रियांश रघुंवशी आत्म श्री सुरेश रघुवंशी ने प्राप्त किया।
श्रेणी के परीक्षार्थियों की संख्या कम हुई है। इस वर्ष कुल 15 हजार 807 नियमित एवं स्वाध्यायी परीक्षार्थियों ने तृतीय श्रेणी परीक्षा उत्तीर्ण की है जो कि विगत वर्ष की तुलना में 685 कम हैं। जबकि उत्तीर्ण स्वाध्यायी परीक्षार्थियों का परीक्षा फल 16.95 प्रतिशत रहा। जिनमें उत्तीर्ण स्वाध्यायी छात्राओं का परीक्षा फल 16.92 प्रतिशत जबकि उत्तीर्ण स्वाध्यायी छात्रों का परीक्षा फल 16.97 प्रतिशत रहा।
दिव्यांग विद्यार्थी भी रहे आगे
हाई स्कूल सार्टिफिकेट परीक्षा में शामिल विकलांग, नेत्रहीन एवं मूक-बधिर छात्रों का परीक्षा फल 68.77 प्रतिशत रहा। इस श्रेणी में छात्राओं का उत्तीर्ण प्रतिशत 73.20 एवं छात्रों का उत्तीर्ण प्रतिशत 67.12 रहा।
त्रुटि सुधार एवं उत्तर पुस्तिका की छायाप्रति
परीक्षार्थियों को दी गई अंक सूची में किसी प्रकार की लिपिकीय त्रुटि को परीक्षा परिणाम घोषित होने के दिनांक से 3 माह की अवधि तक नि:शुल्क ठीक कराया जा सकता है। तीन माह के बाद इस प्रकार के त्रुटि सुधार के लिये सशुल्क आवेदन करना होगा। परीक्षार्थियों को प्राप्त अंकों में संदेह होने पर प्राप्तांकों के सत्यापन के लिये परीक्षा घोषित होने की तिथि से 15 दिवस में आवेदन करना होगा। यह आवेदन एम.पी ऑनलाइन के पोर्टल अथवा कियोस्क के माध्यम से किये जा सकते हैं।
उत्तर पुस्तिका की छायाप्रति प्राप्त करने के लिये परीक्षा परिणाम की घोषणा की तिथि से 15 दिवस में आवेदन किया जा सकता है। यह आवेदन एमपी ऑनलाइन के पोर्टल अथवा कियोस्क पर डेबिट कार्ड/क्रेडिट कार्ड अथवा इन्टरनेट बैंकिंग के माध्यम से शुल्क जमा कर किये जा सकेंगे। पुनर्गणना, उत्तर पुस्तिका की छायाप्रति प्राप्त करने के लिये मोबाइल एप की सुविधा भी उपलब्ध है। मंडल के मोबाइल एप एमपीबीएसई गुगल प्ले स्टोर अथवा एमपी मोबाइल से नि:शुल्क डाउनलोड कर आवेदन किये जा सकते हैं।
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