पर्चा बनवाने के लिए पैसा न होने पर नहीं की गई थी दवा ,जिला अस्पपताल में व्यक्ति की मृत्यु के मामले की जांच के लिए निर्देश जारी
भोपाल/ गुना।
मध्य प्रदेश के गुना जिले में मानवता हुई शर्मसार जिला अस्पताल के बाहर महिला अपने पति के इलाज के लिए अस्पताल के जिम्मेवारो से अपने पति की दवा के लिए गुहार लगाती रही लेकिन रात भर दवाई ना होने की बजह से उसके पति की मौत हो गई थी।आपको बता दे कि बुधवार शाम को एक महिला अपने पति को जिला अस्पताल दवाई कराने आई थी।उस महिला के पास पर्ची कटवाने के लिए पैसा न होने के कारण अस्पताल में पति का इलाज नहीं हुआ था महिला अस्पताल के बाहर रात भर बैठ के इलाज के इंतजार में गुहार लगती रही,लेकिन किसी ने एक न सुनी,और उसके पति की अस्पताल के बाहर ही ।मौत हो गई थी।
कार्यवाही करने बनाई गई जांच दल:-
गुना जिला अस्पताल परिसर में 23 जुलाई को सुनील धाकड़ की पर्ची नहीं बनने के कारण उपचार के अभाव में मृत्यु के कारणों की कार्यपालिक मजिस्ट्रेट द्वारा जांच की जाएगी। कलेक्टर श्री कुमार पुरूषोत्तम द्वारा डिप्टी कलेक्टर श्रीमती सोनम जैन को विशेष जांच अधिकारी बनाया गया है। जाँच अधिकारी सात दिवस में जाँच कर प्रतिवेदन प्रस्तुत करेंगी। उक्त प्रकरण में अस्पताल परिसर में संबंधित के पहुँचने और मृत्यु की परिस्थितियों की भी जाँच की जायेगी।
सिविल सर्जन गुना ने अपने प्रतिवेदन मे बताया है कि शासन के निर्देशानुसार जिला अस्पलताल में रोगी की पर्ची नि:शुल्क बनाई जा रही है तथा पर्ची बनाने के लिए कोई शुल्क् नही लिया जा रहा है। जिला अस्पताल के सीसीटीव्ही फुटेज से भी स्पष्ट हुआ है कि मृतक की पत्नी श्रीमती आरती रजक अथवा उसका कोई अटेण्डर का पर्ची काउंटर पर आना नहीं पाया गया है। इस संबंध में मृतक की पत्नी श्रीमती रजक के बयान लिए गए हैं। पर्ची काउंटर पर तैनात कर्मचारियों की पहचान कराई जाने पर उसने कहा कि -''इनमें से मुझसे किसी ने कोई पैसे नहीं लिए न ही इस बारे में कोई बात हुई''।
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