पैसे लेकर आवास दिलाने का वायरल हुआ था वीडियो आरोपी शिक्षक के खिलाफ दर्ज हुआ प्रकरण

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पैसे लेकर आवास दिलाने का वायरल हुआ था वीडियो आरोपी शिक्षक के खिलाफ दर्ज हुआ प्रकरण



पैसे लेकर आवास दिलाने का वायरल हुआ था वीडियो,आरोपी दलाल शिक्षक के खिलाफ दर्ज हुआ प्रकरण


सीधी/मझौली।
 शासन की योजनाओं में विचौलिए जमकर पलीता लगाने में जुटे हुए है जिससे पात्र हितग्राहियों तक शासन की जनकल्याणकारी योजनाएं नही पहुंच पा रही है। ऐसा ही एक वीडियो नगर परिषद मझौली का वायरल हुआ था। वायरल वीडियो में दलाल द्वारा पैसे के एवज में आवास दिलाने की बात कर रहा था। खबर को इंडिया न्यूज24 द्वारा प्रमुखता से दिखाये जाने पर कलेक्टर द्वारा डिप्टी कलेक्टर श्रेयश गोखले के नेतृत्व में टीम तो गठित कर दी गई लेकिन आज जब टीम मझौली पहुंची तो मुख्य बिंदु का दरकिनार कर की जांच की जाने लगी। 2015-16 के आवेदन को तीसरी और 2018-19 के आवेदन को द्वितीय सूची में शामिल जिसकी जांच नहीं की जा रही है। बल्कि यह कहा जा रहा है कि आपका नाम तो जुड़ गया है। बिंदु का फार्मेट अभी नहीं दिखा रहे हैं केवल इतना बता रहे हैं कि इसका पूर्व में पक्का मकान तो नहीं पैसा तो देकर नहीं लिया गया बस यही पूंछा जा रहा है। जबकि मुख्य बिंदु जो है पहले के आवेदन दिए गए थे उनको तीसरी और चौथी लिस्ट में बाद के आवेदन को पहले और दूसरे लिस्ट में जोड़ा गया है। जांच के नाम पर केवल औपचारिकता आभास हो रही है। जांच के दौरान  नगर परिषद के 8-10 कर्मचारियों को साथ में लिए हुए हैं।जो हितग्राही को जांच के दौरान घर से भगाने या समझाने का काम करते है।वही इस कृत्य की कभरेज करने वाली मीडिया जो कि नगर परिषद के कृत्यों की पोल खोल कर रख दी  स्वयं जांच भगाया जाता है इतना ही नही प्रशासनिक दृष्टि से धमकाना जैसा ब्यौहार किया जा रहा है जबकी मीडिया के होने से लोग निडर होकर बयान दर्ज कराते है। लेकिन जांच  अधिकारी की भूमिका समझ से परे है। विदित हो कि नगर परिषद मझौली में निर्माण कार्य सहित हितग्राही मूलक कार्य भी भ्रष्टाचार और कमीशन खोरी के भेंट चढ़ चुके हैं। जांच टीम में मुख्य रूप से श्रेयास गोखले डिप्टी कलेक्टर,नायब तहसीलदार मझौली रोहित सिंह,नायब तहसीलदार मड़वास संजय   मेश्राम,पटवारी,राकेश जयसवाल आवास योजना प्रभारी नगर परिषद मझौली,वार्ड प्रभारी नगर। 

* उगाही करने वाले आरोपी पर अंततः दर्ज हुआ मुकदमा:-


अंततः एक हफ्ते के बाद लगातार हो रहे खबर प्रकाशन को लेकर प्रशासन को उगाही करने वाले आरोपी रोहिणी प्रसाद गुप्ता के खिलाफ तो 384 के तहत प्रकरण मझौली थाने के अपराध क्रमांक0358/2020 दिनांक16/06/2020 अनुविभागीय अधिकारी मझौली जांच प्रतिवेदन के बाद दर्ज किया गया है । जिसका  जांच बयान नायब तहसीलदार मझौली से कराई गई थी। परंतु नगर परिषद के जिम्मेदार शिकारियों कर्मचारियों को हरी झंडी मिली हुई है जबकि लोग इसी कार्यालय से निराश होकर के ऐसे दलालों द्वारा शोषित हो जाते हैं सबसे बड़ी बात यह है कि इन दलालों के द्वारा उनका काम भी करा दिया जाता है चाहे वह पात्र हो या अपात्र इससे साफ जाहिर होता है कि कहीं ना कहीं नगर परिषद के कर्मचारियों अधिकारियों का इस शोषण में किसी न किसी रूप में हाथ होता है फिलहाल जो कुछ भी हो जांच जारी है लोगों को जांच का इंतजार है की कब ऐसे अधिकारी कर्मचारी पर कार्यवाही की जाएगी।

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