बुखार, खांसी और सांस लेने में तकलीफ हो तो लें चिकित्सा सेवा,बचाव के लिए करें इम्यून सिस्टम को मजबूत रहे सावधान मुख्य चिकित्सा अधिकारी
सीधी।
मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. आर.एल. वर्मा ने बताया कि कोरोना नियंत्रण एवं रोकथाम के लिए स्वास्थ्य विभाग एवं जिला प्रशासन सतत् प्रयास कर रहे हैं। कोरोना एक नवीन संक्रामक वायरस है जो चीन में दिसंबर 2019 में पहचाना गया था। उन्होने बताया कि यह मुख्यतः सांस तंत्र, नाक, कान, गला एवं फेफड़े आदि को प्रभावित करके सांस लेने में परेशानी उत्पन्न करता है। संक्रमित व्यक्ति के संपर्क में आने वाले सभी सतह जैसे टेबल, कुर्सी, कलम, सेलफोन व बर्तन आदि वायरस से संक्रमित हो सकते है। वायरस छेद युक्त सतह जैसे कागज लकड़ी कपड़ा पुट्ठा स्पंज आदि पर वायरस 8-10 घंटे जीवित रह सकता है। गैर छेद युक्त सतह जैसे कांच, प्लास्टिक, वार्निस पेन्ट, मेटल आदि पर संक्रमण 10 घंटे से ज्यादा देर तक जीवित रह सकता है।
डॉ. वर्मा ने बताया कि कोरोना संक्रमण जैसे लक्षण होने पर चिकित्सा सेवा एवं शासन के निर्देशानुसार चिकित्सकीय सलाह ले और घर से बाहर न निकले, दिन में 2-3 बार भाप लें ताकि श्वसन तंत्र का रूधापन कम हो, पर्याप्त पानी पिए व आराम करें, बार-बार साबुन व पानी से हांथ धोने पर संक्रमण फैलने का खतरा कम होता है। केवल डॉक्टर के परामर्श से ही दवा ले।
कोरोना संक्रमण के लक्षण
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तेज बुखार, सिर दर्द, सर्दी, जुखाम, सूखी खांसी, गले मे खरास, सीने मे जकड़न सांस लेने में तकलीफ इन लक्षणों से यदि कोई भी लक्षण व्यक्ति में दिखाई देने पर नजदीक के स्वास्थ्य केन्द्र या होम आइसोलेशन को अपनाना चाहिए। होम आइसोलेशन में व्यक्ति एक अलग कमरे में रहे, जो हवादार एवं स्वच्छ हो, परिवार के अन्य सदस्यों के निकट संपर्क में न जाए, घर के साझा स्थान जैसे किचन, हांल इत्यादि का प्रयोग न करें। भीड़ वाले स्थान में न जाए इधर-उधर न जाए, खुले में छींके, थूंके नही, मुंह ढ़कने के लिए रुमाल और गमछा का प्रयोग करें, उपयोग किए गए कपड़ों को वाशिंग पावडर से धोकर गर्म धूप में सुखाकर इस्तेमाल करे, बार-बार अपना चेहरा, आंख, नाक न छुए साबुन से हांथ धोते रहें और घर में मेहमान एवं अन्य बाहरी व्यक्तियों को न बुलाएं।
कोरोना संक्रमण से रोकथाम के उपाय
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मुख्य चिकित्सा अधिकारी ने बताया कि एक व्यक्ति दूसरे व्यक्ति से कम से कम एक मीटर की दूरी बनाकर रखें, संक्रमित व्यक्ति के निकट आने से बचें, साबुन या पानी से नियमित हाथ धोएं, संक्रमित सतह के संपर्क में आने के बाद, मुंह, आंख, नाक न छुएं, खांसते छीकते वक्त मुंह को रुमाल या कपड़े से ढ़के। संक्रमित व्यक्ति के खुली जगह में छीकने या खांसने पर लार की बूंदों के द्वारा स्वस्थ व्यक्ति जब बिना हांथ धोए, नाक मुंह एवं आंख को छूता है तो संक्रमित व्यक्ति से हांथ मिलाने गले लगने या निकट संपर्क में आने से फैलता है। एक बिना लक्षण वाला संक्रमित व्यक्ति भी दूसरों को संक्रमित कर सकता है। अतः सभी से कम से कम एक मीटर की दूरी बनाए रखना चाहिए।
टेली मेडिसिन के माध्यम से स्वास्थ्य संबंधी आवश्यक जानकारी प्राप्त करें
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उन्होंने बताया कि जिला चिकित्सालय सीधी के सिविल सर्जन कार्यालय में टेली मेडिसिन यूनिट स्थापित की गयी है, जो कि 24×7 कार्यरत है। टेली मेडिसिन यूनिट का दूरभाष क्र. - 07822-252207 है। आवश्यकता होने पर टेली मेडिसिन यूनिट पर आवश्यक सलाह प्राप्त कर सकते है। टेली मेडिसिन यूनिट का उद्देश्य होम क्वेरन्टाइन व्यक्तियों जिनमें संक्रमित होने की संभावना अधिक है, उनके स्वास्थ्य की सतत् निगरानी करना है। ऐसे लोग जो कि कोरोना संक्रमण जैसे लक्षणो को महसूस कर रहे हो या ऐसे लक्षण वाले किसी व्यक्ति के लिए परामर्श प्राप्त करने के लिए संपर्क करें।
डॉ. वर्मा ने बताया कि कोरोना उन्हे प्रभावित करता है जिन लोगो ने पिछले 14 दिन के दौरान विदेश यात्रा की है। विदेश यात्रा से लौटे व्यक्तियों के परिवार के लोग विदेश से लौटे लोगों के संपर्क में आने वाले लोग, उन राज्यों से आने वाले लोग जहां कोरोना संक्रमण अधिक फैल चुका है। कोरोना से प्रभावित होने वाले संवेदनशील लोगो में प्रायः कोरोना संक्रमण 80 प्रतिशत व्यक्तियों में हल्के लक्षण दिखा कर पूर्णतः चला जाता है। किन्तु संवेदनशील व्यक्तियों में जिनकी रोग प्रतिरोधक क्षमता कम होती है उनमें गंभीर संक्रमण का खतरा अधिक होता है, जैसे बुजुर्ग, 60 वर्ष से अधिक उम्र के व्यक्ति, गर्भवती महिलाएं एवं छोटे बच्चे, उच्च रक्तचाप, हृदय संबंधी समस्याएं, श्वसन संबंधी रोग, दमा, कैंसर एवं मधुमेंह रोगी।
उन्होंने बताया कि जिले में दिनांक 13.05.2020 तक 37033 सदस्यों की स्क्रीनिंग की जा चुकी है। 217 सेम्पल की जांच हुई है जिसमें से जिले में 1 कोरोना पांजिटिव व्यक्ति पाया गया है। 14 सेम्पल आज जांच हेतु भेजे गए है। सावधान रहे, सुरक्षित रहे और प्रशासन को सहयोग प्रदान करें।
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