अपराधियों पर मेहरबान पुलिस दहशत में काम कर रहे कर्मचारी 2 माह बीत जाने के बाद भी नहीं हुई मारपीट करने वालों की गिरफ्तारी
सीधी/ मझौली ।
मामला पुलिस थाना मझौली का है जहां प्रभारी के रूप में प्रशिक्षु डीएसपी सवेरा अंसारी पदस्थ है कोविड-19 संक्रमण के लॉक डाउन समयावधि के दौरान पूर्णरूपेण से मझौली पुलिस किसी न किसी कारण बस अपराधियों को संरक्षण प्रदान करती रहे 67 दिवसी लॉक डाउन समय में अपने कर्तव्य पथ से भटक अनावश्यक कार्यों में बिजी रही जिस दौरान शासकीय कर्मचारी सहित मीडिया पर भी अपराधियों का दबदबा रहा यहां तक कि इन्हें एफ आई आर कराने के लिए नेताओं या प्रशासनिक अमला का सहारा लेना पड़ा फिर भी अभी तक आरोपियों की गिरफ्तारी नहीं की जा सकी है। बता दें कि 5 अप्रैल 2020 को ग्राम पंचायत ताला के पंचायत भवन में घुसकर तीन अपराधियों द्वारा पंचायत कर्मियों के ऊपर नशे की हालात में हमला किया गया था तथा हरिजन समुदाय के चौकीदार को भी गाली गलौज दी गई थी जिसकी रिपोर्ट अनुविभागीय अधिकारी मझौली अखिलेश सिंह के शिरकत के बाद 6 अप्रैल को दर्ज की गई जिसमें अपराध क्रमांक 179/2020धारा 294,323,353,34 कायम की गई किंतु 2 माह बीत जाने के बाद भी अभी तक अपराधियों की गिरफ्तारी नहीं की गई है इसके पूर्व थाना प्रभारी से इस संबंध में जानकारी चाहिए गई थी जिसमें उनका कहना था कि नियमानुसार कार्यवाही की जा रही है किंतु 2 माह बीत जाने के बाद भी अभी तक कार्यवाही पूर्ण नहीं की गई। प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र ताला ने भी सूत्रों की मिली जानकारी के अनुसार इन्हीं लोगों द्वारा कर्मचारियों के साथ बहस बाजी गाली गलौज पत्थरबाजी शासकीय कार्य में बाधा पहुंचाया गया हंड्रेड डायल को फोन लगाया गया लेकिन वह एक-दो घंटे बाद पहुंची जिसकी लिखित शिकायत फार्म स्टिक प्रदीप कुमार सोनी द्वारा थाने में की गई किंतु आज दिनांक तक किसी प्रकार की कोई जांच नहीं की गई। लॉक डाउन 4:00 के दौरान परिषद कर्मचारियों से मार्केट के कुछ लोगों द्वारा बहस बाजी व गाली गलौज की गई थी मिली जानकारी के अनुसार इसकी शिकायत भी थाने में की गई थी किंतु अभी तक कोई कार्यवाही नहीं की गई है। वही हमारे पत्रकार साथी विजय गुप्ता के साथ जोबा में बदसलूकी करते हुए उसका आई कार्ड फाड़ दिया गया था जिसकी रिपोर्ट 3 दिन बाद लिखी गई वह भी मात्र 155 की धारा लगाई गई। इस समय अवधि में पुलिस पूर्णरूपेण निष्क्रिय रही । एक और जहां थाना प्रभारी लोगों के बीच दिखा के रूप में काम करती नजर आई वही हंड्रेड डायल कर्मचारी सहित पुलिस लूट अपराधियों को संरक्षण व अवैध रूप से रेत उत्खनन में कराने में व्यस्त रहे इस दौरान शासकीय कर्मचारी व पत्रकार दहशत के बीच काम करने में मजबूर रहे वह भी किसी न किसी रूप में थाना प्रभारी द्वारा अपमानित किए गए। बहुत सारी घटनाओं से समय-समय पर विभाग व अन्य विभाग के कर्मचारियों को अवगत कराया जाता रहा लेकिन लॉक डाउन समय में प्रशासन का सहयोग करने का अपील प्रशासनिक अधिकारियों द्वारा किया जाता रहा तथा आश्वस्त किया गया था कि यह जंग समाप्त होने के बाद जिन घटनाओं से आप लोग अवगत कराएं हैं निश्चित ही इनका जांच किया जाएगा अब जबकि चौथा लॉक डाउन खत्म हो गया है और मझौली क्षेत्र अंतर्गत किसी तरह की कोई केस प्राप्त नहीं हुए हैं अब देखना होगा कि आल्हा अधिकारी क्या कुछ कार्यवाही करते हैं।
सवाल मांगते जवाब:-
1- वीडियो क्लिप उपलब्ध कराने के बाद भी एफ आई आर के लिए पंचायत कर्मियों को आखिर क्यों अनुविभागीय अधिकारी का सहारा लेना पड़ा?
2- 2 माह बीत जाने के बाद भी आरोपियों को आखिर क्यों गिरफ्तार नहीं किया गया जबकि कर्मचारी दहशत में काम कर रहे हैं।
3-- प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र के कर्मचारियों के शिकायत पर जांच कर f.i.r. करने में क्यों पीछे हट रही पुलिस?
4-- नगर परिषद कर्मचारियों के साथ बदसलूकी करने वाले लोगों पर क्यों नहीं हुई कार्यवाही?
5-- विंध्य भारत समाचार पत्र के पत्रकार विजय गुप्ता के साथ नसे की हालात में की गई बदसलूकी एवं आई कार्ड फार देने पर मात्र 155 कायम कर क्यों पल्ला झाड़ गई पुलिस?
6-- अपराधियों और बाहर से आ रहे चोरी-छिपे लोगों की सूचना देने के लिए फोन लगाए जाने पर पत्रकारों पर परेशान करने का किस उद्देश्य लगाया जा रहा था आरोप?
इनका है कहना:-
1--22 अप्रैल 2020 को 5-6 लोग प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र के प्रांगण में बैठकर नशा कर रहे थे मना करने पर मेरे एवं कर्मचारियों के साथ गाली गलौज की गई तथा पत्थर फेंका गया तथा जान से मारने की धमकी भी दी गई हंड्रेड डायल बुलाया गया लेकिन एक डेढ़ घंटे बाद आई लिखित शिकायत थाना मझौली में की गई है लेकिन अभी तक कोई कार्यवाही नहीं हुई हम लोग दहशत के बीच कार्य कर रहे हैं।
प्रदीप कुमार सोनी
फार्मस्टिक प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र ताला।
2- हम लोगों के साथ 3 लोगों द्वारा कार्यालय ने मारपीट की गई थी रिपोर्ट दर्ज कराई गई है अभी तक उनकी गिरफ्तारी नहीं हो सकी है सचिव कार्यालय नहीं आ रहे हैं हम लोग दहशत के बीच कार्य कर रहे हैं।
सुखनंदन कोरी चौकीदार
ग्राम पंचायत ताला
(3) 5 अप्रैल को तकरीबन 2:00 बजे पंचायत भवन के अंदर 3 लोगों द्वारा मेरे एवं रोजगार सहायक व चौकीदार के साथ मारपीट की गई जिसकी जिसका रिपोर्ट लिखाने थाने गए किंतु नहीं लिखी गई तब विभागीय अधिकारी मझौली को पत्रलेख किया गया एसडीएम के शिरकत के बाद 6 अप्रैल को 1:00 बजे के करीब रिपोर्ट दर्ज की गई लेकिन अपराधियों के कृतियों के अनुरूप धारा नहीं लगाई गई जो अभी भी खुलेआम गांव में घूम रहे हैं तथा जान से मारने की धमकी दे रहे हैं 2 माह बीत जाने के बाद भी इन्हें गिरफ्तार नहीं किया गया हम हमारे चौकीदार रोजगार सहायक गांव के होने के नाते दहशत में कार्य कर रहे हैं मैं पंचायत में नहीं जाता हूं हितग्राहियों की समस्या को ध्यान में रखते हुए गांव के बाहर से ही काम कर रहा हूं ग्राम पंचायत पर जाने पर हमारे जान को खतरा है
हरिहर विश्वकर्मा
सचिव ग्राम पंचायत ताला
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