दो माह से लापता है इमरजेंसी 108 ,रेफर मरीजों को 3 से 4 घंटे करना पड़ रहा वाहन का इंतजार
मझौली। मामला उपखंड मझौली का है जहां सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र मझौली पर लगाई गई इमरजेंसी 108 लगभग 2 माह से लापता है गंभीर मरीजों को जिला हॉस्पिटल के लिए रेफर कर दिया जाता है किंतु उनको वाहन के इंतजार में 3 से 4 घंटे तक बरामदे में पडा रहना पड़ता है। बता दे की सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र मझौली में कई वर्षों से एक -दो डॉक्टरों के भरोसे चल रही है जबकि यहां पर लगभग 7 चिकित्सकों का स्टाफ होना चाहिए ।वही अब स्वास्थ्य केंद्र में लगाई गई इमरजेंसी वाहन 108 लगभग 2 माह से लापता है जिसकी जानकारी उस समय हुई जब हमारे संवाददाता द्वारा 14 मई 2020 को सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र मझौली का जायजा लिया गया उस समय ग्राम पंचायत मेंडरा निवासी राजेंद्र पाल द्वारा बताया गया कि मेरा भतीजा आज छत से गिर गया था जिसे मैं लेकर मझौली सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र आया जिसे प्राथमिक उपचार उपरांत जिला हॉस्पिटल के लिए रेफर किया गया है किंतु वाहन सुविधा ना मिल पाने के कारण हम बेहोशी हालत में भतीजे को लिए बैठा हूं डॉक्टर कहीं मजदूरों का जांच करने गए हुए हैं 4 घंटे हो गया अभी तक हमें वाहन उपलब्ध नहीं हो पाया है इस संबंध में जब सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र मझौली में पदस्थ प्रभारी बीएमओ से चर्चा की गई तो उनके द्वारा बताया गया कि आज से लगभग 2 माह पूर्व से इमरजेंसी 108 सीधी गई थी तब से वापस नहीं आई कोई सार्थक जानकारी तो हमें नहीं है पता चलता है कि कोरोना ड्यूटी में लगाई गई है हम यहां गांव में प्रवासी मजदूरों के जांच करने आए हैं वाहन व्यवस्था के लिए हमने फोन लगाया है सेमरिया के इमरजेंसी 108 आ रही है जिसके द्वारा जिला हॉस्पिटल तक भिजवाया जाएगा। इस समय जबकि कोविड-19 संक्रमण रोग फैलने के कारण स्वास्थ्य केंद्रों में समुचित स्वास्थ्य सुविधा होना अति आवश्यक है इस विषम परिस्थिति में घायल रेफर मरीजों को जिला हॉस्पिटल तक पहुंचने के लिए 3 से 4 घंटे वाहन का इंतजार करना पड़ता है तथा 50 से 60 किलोमीटर की दूरी तय कर इमरजेंसी 108 आती है । इससे साफ अंदाजा लगाया जा सकता है कि मझौली क्षेत्रवासियों को कितनी बड़ी स्वास्थ्य सुविधा मुहैया कराई जा रही है समाचार पत्र के माध्यम शासन -प्रशासन का ध्यान आकृष्ट कराते हुए स्वास्थ्य सुविधा व्यवस्था को सुदृढ़ बनाने की मांग की गई हैं। अब देखना होगा कि इस विषम परिस्थिति में आला अधिकारी या क्षेत्र के जिम्मेदार प्रतिनिधि क्या कुछ कवायद करेंगे।
इनका है कहना:-
1-हमारा भतीजा आज छत से गिर गया था जिसे लेकर हम लोग मझौली अस्पताल आए थे प्राथमिक उपचार कर जिला हॉस्पिटल के लिए रेफर किया गया है तीन -चार घंटे से बैठे हैं अभी तक वाहन नहीं मिल पाया है।
राजेंद्र प्रसाद पाल
निवासी मेड़रा
2-मझौली की इमरजेंसी 108 वाहन लगभग 2 महीने से नहीं है पता चलता है कि सीधी में कोरोना के कार्य में लगाया गया है वाहन की मांग की गई है सेमरिया स्वास्थ्य केंद्र की इमरजेंसी 108 आ रही है मैं गांव में प्रवासी मजदूरों की जांच में आ गया था वाहन आ जाने पर जिला हॉस्पिटल भेजा जाएगा।
राकेश तिवारी बीएमओ
सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र मझौली
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